नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीनों से आंदोलन कर रहे किसान आज गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं।
सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली की सीमा में दाखिल हो गए। जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर बेरहमी से लाठीचार्ज कर दिया।
पुलिस ने किसानों की रैली को रोकने के लिए उनपर आसू गैस के गोले दागे और उनपर कड़ाके की ठंड में जमकर लाठियां बरसाईं।
पुलिस की इस बर्बरता की तस्वीरें सामने आई हैं। जो सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हो रही हैं। विपक्षी दल के नेता इन तस्वीरों को शेयर कर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हो रहे हैं।
वहीं सरकार को घिरता देख कई पत्रकार सरकार के बचाव में उतर आए हैं और लाठीचार्ज के लिए किसानों को ही ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं।
ऐसे ही एक पत्रकार हैं मानक गुप्ता, जिन्होंने किसानों के आंदोलन को गुंडागर्दी बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “दिल्ली में जगह-जगह गुंडागर्दी कर रहे हैं किसान. अब भी इसे आंदोलन कहेंगे?”
मानक गुप्ता अपने इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया यूज़र्स के निशाने पर आ गए हैं।
आम आदमी पार्टी की सोशल मीडिया टीम से जुड़े कपिल नाम के यूज़र मानक के ट्वीट पर आपत्ति जताते हुए लिखते हैं, “नोएडा फिल्म सिटी भी पहुंच जाना चाहिए किसानों को आज… बहुत गंदगी फैलाई है लश्करे नोएडा ने देश में”।
बता दें कि देशभर से लाखों किसान दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली निकलने के लिए आए हैं। वो सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं और उन्हें पूरी तरह से वापस लेने की मांग कर रहे है।
किसानों का कहना है कि जबतक कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, वह इसी तरह आंदोलन करते रहेंगे।