कमलेश तिवारी हत्याकांड में अब तक पुलिस द्वारा 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस का दावा है कि हत्या की साज़िश रचने वालों से लेकर इस मामले में हत्यारों की गिरफ्तारी हो चुकी है। लेकिन पुलिस द्वारा की गई इन गिरफ्तारियों और जांच से कमलेश के परिजन संतुष्ट नज़र नहीं आ रहे। कमलेश की पत्नी किरण तिवारी ने इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की है।
उन्होंने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मैं जांच से संतुष्ट नहीं हूं और एनआईए से इस पूरे मामले की जांच करवाने की मांग करती हूं।’ इसके साथ ही कमलेश की पत्नी ने सूबे की योगी सरकार से अपनी नाराज़गी भी ज़ाहिर की।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कमलेश तिवारी हत्या के बाद 15 लाख रुपए देकर उन्हें अपमानित किया है। इससे वह बहुत दुखी हैं। किरण ने योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार 15 लाख रुपए देकर उनका मुंह बंद कराना चाहती है।
उन्होंने कहा कि मुआवज़े की इस रकम से कमलेश की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। कमलेश की हत्या प्रशासन की लापरवाही की वजह से हुई है। अलर्ट के बाद भी जानबूझकर कमलेश की सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई। किरण तिवारी ने ग़ुस्सा ज़ाहिर करते हुए कहा कि वह 15 लाख रूपए की चेक को संभालकर रखेंगी, जिस दिन बीजेपी का कोई बड़ा नेता कमलेश तिवारी की तरह आतंकी घटना में मारा जाएगा, उस नेता के परिवारवालों को 15 लाख रुपए और जोड़कर वापस करूंगी।
पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तीरियों पर सवाल खड़े करते हुए किरण ने कहा कि वह तब तक शांत होकर नहीं बैठेगी जब तक उनके पति के ‘असली हत्यारे’ को फांसी पर नहीं लटकाया जाता।
उन्होंने बताया कि कमलेश की हत्या करने की साजिश में करीब 50 लोग शामिल है, अशफाक और मोइनुद्दीन केवल मोहरा भर हैं। इसके साथ ही उन्होंने परिवार को जेड प्लस सुरक्षा की मांग भी की।