दिल्ली की सीमाओं पर शुरू हुई किसान आंदोलन के लगभग एक साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश महोत्सव पर देश के किसानों को तोहफा देते हुए तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान किया है।

हालांकि यह बात सच है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एक साल के अंदर शहीद हुए के किसानों पर एक बार भी दो शब्द तक नहीं कहे।

अब अगले साल देश में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए अचानक मोदी सरकार ने यह बड़ा फैसला ले लिया है। जिसकी अहम वजह मानी जा रही है उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले का किसान संगठनों द्वारा भले ही स्वागत किया जा रहा है।

लेकिन भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यह साफ कर दिया है कि पीएम मोदी के ऐलान के बावजूद जब तक संसद में तीनों कृषि कानून को रद्द नहीं किया जाता। तब तक किसान आंदोलन चलता रहेगा।

इसी बीच अभिनेत्री और भाजपा समर्थक के तौर पर जानी जाती कंगना रनौत ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है।

तीनों कानूनों को वापस लिए जाने पर कंगना रनौत ने भारत को एक जिहादी देश कहा है।

कंगना रनौत ने अपने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी शेयर करते हुए लिखा है कि “कृषि कानूनों को वापस लिया जाना बहुत ही दुखद, शर्मनाक और सरासर गलत है।

अगर संसद में चुनी गई सरकार के बदले सड़कों पर उतरे लोगों ने कानून बनाना शुरू कर दिया। तो यह एक जिहादी देश है। उन सबको बधाई जो कि यही चाहते हैं।”

गौरतलब है कि कंगना रनौत अपने विवादित बयानों के लिए अक्सर चर्चा में बनी रहती हैं।

हाल ही में उन्होंने देश की आजादी और स्वतंत्रता सेनानियों को लेकर अपमानजनक बयान दिया था। इन बयानों के कारण कंगना रनौत की कड़ी निंदा की जा रही है। जबकि भाजपा ने इसपर चुप्पी साधी हुई है।

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