बीते दिनों से मोदी सरकार के शासनकाल में देश में महंगाई का हर रिकॉर्ड टूट रहा है। पेट्रोल और डीजल के दाम हर रोज बढ़ाए जा रहे हैं। कई राज्यों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपए तक पहुंच गई है। वहीं गैस सिलेंडर के दाम ही बीते 1 महीने में 100 रुपए तक बढ़ाए जा चुके हैं।
कुल मिलाकर मोदी सरकार द्वारा की जा रही इस महंगाई से आम जनता का जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त होने के कगार पर आ पहुंचा है।
इसी बीच खबर सामने आई है कि रेल मंत्रालय द्वारा अब लोकल ट्रेनों के किराए भी बढ़ा दिए गए हैं। लगभग सभी लोकल ट्रेनों के किराए बढ़ाकर दोगुने कर दिए गए हैं। जिससे अब यात्रियों को और भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
इस मामले में सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने मोदी सरकार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि ‘आपदा में अवसर’ का लाभ उठाते हुए सरकार ने पैसेंजर ट्रेन का किराया दुगुने से भी ज्यादा कर दिया है।
रसोई गैस के दाम एक महीने में 100 रू तक बढ़ा दिए गए हैं। पेट्रोल-डीजल पर दाम से डबल टैक्स लिया जा रहा है। शेर पालने का ड्रामा करके पूरे देश की कमर तोड़ रहें हैं ये फर्जी राष्ट्रवादी।
‘आपदा में अवसर’ का लाभ उठाते हुए सरकार ने पैसेंजर ट्रेन का किराया दुगुने से भी ज्यादा कर दिया है। रसोई गैस के दाम एक महीने में 100 रू तक बढ़ा दिए गए हैं। पेट्रोल-डीजल पर दाम से डबल टैक्स लिया जा रहा है।
शेर पालने का ड्रामा करके पूरे देश की कमर तोड़ रहें हैं ये फर्जी राष्ट्रवादी।— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) February 26, 2021
दरअसल कोरोना महामारी के दौरान जब बड़े स्तर पर लोग बेरोज़गार हो गए थे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को आपदा में अवसर तलाशने का संदेश दिया था।
गौर करने वाली बात यह है कि रेल मंत्रालय द्वारा लोकल ट्रेनों के किराए बढ़ाए जाने के पीछे अजीबोगरीब तर्क दिया गया है।
रेल मंत्रालय का कहना है कि लोकल ट्रेनों के किराए बढ़ाने जाने से लोग फालतू में यात्रा नहीं करेंगे। जिससे ट्रेनों में भीड़ नहीं बढ़ेगी। इससे हमें कोरोना संक्रमण को कंट्रोल किए जाने में सहायता मिल सकती है।
बता दें, भारतीय रेल कोरोना महामारी के चलते लगे लॉक डाउन के कारण घाटे में चल रही है।