देश में बेरोज़गारी अब इस कदर बढ़ गई है कि काबिल नौजवान पेट पालने के लिए आपराधिक वारदातें अंजाम देने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
बेरोज़गार युवकों को अब कहना पड़ा रहा है कि अगर उन्हें रोज़गार नहीं मिला तो वह आपराधिक वारदातों को अंजाम देंगे और इसकी ज़िम्मेदारी सरकार की होगी।
दरअसल, मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक बेरोजगार युवक ने जिला कलेक्ट्रेट को पत्र लिखकर कहा है कि अगर उसे रोज़गार नहीं मिला तो वह चोरी, डकैती एवं हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम देगा और इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। पत्र लिखने वाले युवक का नाम हर्ष गोस्वामी है, जो लवकुश नगर क्षेत्र के अटकोहा का रहने वाला है।
हर्ष ने पत्र में लिखा है कि वह एक बेरोजगार है। कक्षा दसवीं के बाद उसने आईटीआई इस उम्मीद से की थी कि उसे नौकरी मिलेगी।
लेकिन बेरोजगारी इतनी ज्यादा है कि वह जैसे कई युवा बेरोजगार घूम रहे हैं, जिसकी वजह से लगातार चोरी डकैती हत्या एवं रेप जैसी घटनाएं हो रही है और अगर उसे भी नौकरी नहीं मिली तो वह भी यही करेगा और उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
कलेक्ट्रेट की शिकायत शाखा में हर्ष का पत्र मिलने के बाद वहां के स्टाफ ने इस पर सील लगाकर जमा कर लिया है। हर्ष ने बकायदा अपनी शिकायत की रिसीविंग भी ली है।
अब जिला प्रशासन दावा कर रहा है कि आवेदन देने वाले युवक से संपर्क कर बातचीत की जाएगी। शासन के नियमों के मुताबिक उसे उचित रोजगार दिलाने की कोशिश भी की जाएगी।
ग़ौरतलब है कि हाल ही में सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा था वह हर महीने प्रदेश में एक लाख से ज़्यादा रोज़गार मुहैया कराएंगे।
लेकिन प्रदेश में बेरोज़गार नौजवानों को कितना रोज़गार मिला इसका अंदाज़ा हर्ष के पत्र से लगाया जा सकता है।
प्रदेश में काबिलियत होने के बावजूद कई युवा ऐसे हैं जिन्हें नौकरी नहीं मिल पा रही, जिसके चलते वह परेशान हैं। वह इस कदर परेशान हैं कि अब पेट पालने के लिए अपराधी तक बनने की बात कर रहे हैं।