समाजवादी पार्टी के पक्ष में प्रचार करने के लिए यूपी पहुंची पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी आज वाराणसी में थीं.
इस दौरान ममता बनर्जी खूब गरजीं और उनके निशाने पर भारतीय जनता पार्टी और उनके कार्यकर्ता रहें.
ममता बनर्जी ने अपने संबोधन में कहा कि मेरे साथ तुम लोग गुंडई मत करो. मैं तुम लोगों से डरने वाली नहीं हूं. मैंने बहुत कुछ देखा है. भाजपा हार के डर से ये सब कर रही है.
ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता जिनके दिमाग में तोड़ना फोड़ना छोड़ कर कुछ भी नहीं है. उसने मेरी गाड़ी रोक दी और मेरी गाड़ी पर डंडे मारे.
वो सब मुझे कहने लगें कि आप यहां से वापस जाओ. मैं किसी से डरती नहीं हूं. मैं डरपोक नहीं हूं. मैं लड़ाकू हूं.
टीएमसी प्रमुख ने कहा कि मुझे कई बार लाठी डंडे और गोलियों से डराया गया लेकिन मैं डरी नहीं.
ममता ने कहा कि जब भाजपा के कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर मेरा विरोध कर रहे थे, मुझे गाली दे रहे थे तब मैं डरी नहीं बल्कि मैं बीच सड़क पर गाड़ी से उतर कर खड़ी हो गई.
मैं देखना चाहती थीं कि इन लोगों की हैसियत क्या है, इन लोगों का पॉवर कितना हो…. तुम लोग क्या कर सकते हो ?
ममता ने ललकारते हुए कहा कि तुम लोग डरपोक हो डरपोक. तुम डरते हो. मैंने अपील किया.. तुम लोगों ने मुझे इतनी गालियां दी, मेरी गाड़ी पर हमला किया… इसके लिए धन्यवाद.
ममता ने कहा कि इसका मैसेज क्लियर है कि भाजपा हार रही है. हार रही है तभी वो मेरे साथ ऐसा कर रहे हैं.
इसी बीच ममता बनर्जी ने जब कहा कि खेला होगा.. यहां भी खेला होगा. इस पर भीड़ उत्साहित हो गई.
हमारे पास जानकारी है कि अखिलेश यादव जी का गठबंधन जीत रहा है मैं आपसे कहूँगी कि योगी सरकार को बदल दो।
आदरणीया ममता बनर्जी जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल pic.twitter.com/P0kUxQc9jj
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) March 3, 2022
सीएम योगी पर प्रहार करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि आप संत नहीं हैं. आप संत का अपमान कर रहे हैं. अगर आप लोग अखिलेश और गठबंधन को जीताना चाहते हैं तो एक धक्का और दे.
मालूम हो कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी जब बुधवार को वाराणसी पहुंची तो भाजपा और हिंदू युवा वाहिनी के कुछ कार्यकर्ताओं ने उनका काफिला रोक दिया और उनके विरोध में नारेबाजी की.
इसके बाद ममता ने भी अपना रौद्र रुप दिखाते हुए गाड़ी से उतर कर बाहर आ गईं और काफी देर तक वहीं पर खड़ी रही लेकिन भगवा ब्रिगेड के कार्यकर्ता चिल्लाने के अलावा कुछ नहीं कर सकें.