लोकसभा चुनाव के पहले चरण में भी ईवीएम खराबी सामने आई है। चाहे वो कश्मीर हो या फिर यूपी का बिजनौर हर जगह EVM में गड़बड़ी का मामला सामने आया था।
मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के कसौली गांव में वोटर्स हाथी का बटन दबा रहे हैं और पर्ची कमल के फूल की निकल रही है। यानी वोट बीएसपी को डाला जा रहा है, लेकिन वोट बीएसपी को मिलने के बजाए कमल के खाते में जा रहा है।
अब इस मामले पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने जमकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने सोशल मीडिया पर लिखा- यदि देश के लोकतंत्र में आमजनता की आस्था को बचाये रखना है तो फिर चुनाव आयोग की यह संवैधानिक जिम्मेदारी बनती है कि वह इन बातों को गंभीरतापूर्वक संज्ञान ले और तत्काल आवश्यक उपाय करे ताकि अगले सभी चरण के चुनाव स्वतंत्र व निष्पक्ष हो सके।
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उन्होंने आगे कि सत्ताधारी बीजेपी को इस लोकसभा चुनाव में आमजनता द्वारा बुरी तरह से नकारे जाने का ही परिणाम है कि अब बीजेपी वोट से नहीं बल्कि नोटों से ईवीएम की धांधली से, पुलिस/प्रशासन तंत्र के दुरुपयोग से, ईवीएम में चुनाव कर्मचारियों से ही बटन दबवाकर आदि धांधलियों से चुनाव जीतना चाहती है।
अब बीजेपी व इनके निरंकुश नेताओं को कम्बल ओढ़ कर घी पीते रहने के बजाए उन्हें चुनाव आयोग को यह बताना ही होगा कि कौन उद्योगपति/ धन्नासेठ चुनावी बाण्ड के रूप में उन्हें कितना अकूत धन दे रहा है तथा उनकी शान-शौकत, शाह खर्ची व चुनाव में धनबल के प्रयोग आदि का असली रहस्य क्या है?
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सत्ताधारी बीजेपी को इस लोकसभा चुनाव में आमजनता द्वारा बुरी तरह से नकारे जाने का ही परिणाम है कि अब
* बीजेपी वोट से नहीं बल्कि नोटों से
* ईवीएम की धांधली से
* पुलिस/प्रशासन तंत्र के दुरुपयोग सेे
* ईवीएम में चुनाव कर्मचारियों से ही बटन दबवाकर आदि धांधलियों से चुनाव जीतना चाहती है।— Mayawati (@Mayawati) April 12, 2019
बसपा सुप्रीमो ने आखिर में कहा कि दलित समाज के लोगों को पुलिस प्रशासन ने वोट डालने से रोका और साथ ही ईवीएम में भी गड़बड़ियां पाई गईं हैं। अगर इलेक्शन कमीशन इस पर कोई कदम नहीं उठाता है तो फिर लोकसभा चुनाव का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा।