मोदी सरकार द्वारा बजट पेश किए जाने के बाद से देश में लगातार पेट्रोल-डीज़ल के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। लगातार चौथे दिन पेट्रोल-डीज़ल के दाम में इज़ाफा हुआ है। दिल्ली में पेट्रोल 29 पैसे और डीज़ल 35 पैसे से 38 पैसे तक महंगा हुआ है। कल भी पेट्रोल-डीजल के दाम में 32 और 27 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी।

इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के मुताबिक, शुक्रवार यानी 12 फरवरी को दिल्ली में पेट्रोल 88.14 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल 78.38 रुपये प्रति लीटर रहा। यह अब तक का सबसे ऊंचा भाव है।

वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल-डीजल के दाम ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए।

मुंबई में आज डीजल 85.32 रुपया प्रति लीटर और पेट्रोल 94.64 रुपये प्रति लीटर रहा। ये अभी तक किसी भी मेट्रो शहर का सबसे अधिक रेट है।

इसके अलावा देश के सभी मेट्रो शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर चले गए हैं। कोलकाता में पेट्रोल 89.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल 81.96 रुपये लीटर और चेन्नई में पेट्रोल 90.44 रुपये और डीजल 83.52 रुपये लीटर हो गया।

ग़ौरतलब है कि नए साल से अब तक 16 किस्तों में पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी की गई है। पिछले एक साल में पेट्रोल 20 रुपये से अधिक और डीजल 15 रुपये से ऊपर महंगा हो चुका है।

बजट 2021-22 में पेट्रोल पर 2.5 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल पर 4 रुपये प्रति लीटर का ‘एग्री इन्फ्रा सेस’ लगाने का एलान हुआ था, लेकिन सरकार का कहना था कि इससे आम जनता पर कोई अतिरिक्त भार नहीं आएगा। बजट पेश होने के बाद से लागातार तेल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है।

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सरकार पहले ही सफाई दे चुकी है। पिछले दिनों पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्यसभा में कहा था कि सरकार के पास पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला टैक्स को घटाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।

उन्होंने कहा था कि कीमतों में फेरबदल अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर निर्भर करती है, इसमें सरकार का कोई रोल नहीं है, कीमत पेट्रोलियम कंपनियां ही तय कर कर रही हैं।

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