देश के 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे कल घोषित किए जा चुके हैं। जिसमें सबसे चर्चा में रहे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे। जहां भारतीय जनता पार्टी बहुमत हासिल करने का दावा कर रही थी।
लेकिन ममता बनर्जी के गढ़ में भाजपा की एक बार फिर से किरकिरी हो गई है। टीएमसी ने राज्य में हैट्रिक लगाते हुए जीत का झंडा गाड़ दिया है।
पश्चिम बंगाल में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा की गई भविष्यवाणी सच साबित हो गई है। राज्य में भाजपा दहाई के आंकड़े तक ही सिमट गई।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद प्रशांत किशोर ने कहा है कि यह सभी विपक्षी पार्टियों के लिए एक संदेश है। उन्होंने कहा है कि इसी तरह से वह भी भाजपा के खिलाफ खड़े होकर उन्हें टक्कर दे सकती हैं जैसे ममता बनर्जी ने दी है।
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने एक बड़ा दावा भी किया है। चुनाव आयोग और भाजपा पर सांठगांठ का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में जो भी थोड़ी सी सीटें जीती है। वो चुनाव आयोग की वजह से ही जीती है।
चुनाव आयोग ने अपने सिस्टम के जरिए भाजपा को सपोर्ट करने का काम किया था। इसके चलते ही राज्य में चुनाव इतने ज्यादा चरणों में करवाया गया।
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले प्रशांत किशोर ने कहा था कि अगर भाजपा पश्चिम बंगाल में दहाई का आंकड़ा पार करती है। तो वह संन्यास ले लेंगे।
राज्य में भाजपा तो 100 से नीचे के आंकड़े पर ही रह गई। लेकिन इसके बावजूद टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अब राजनीतिक कामकाज से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है।
उन्होंने कहा है कि अब तक जो लोग मुझे इस रोल में देखते थे वह अब मैं नहीं निभाऊंगा।
बता दें, प्रशांत किशोर के इस फैसले के बाद ही उनके राजनीति में आने की अटकलें लगनी शुरू हो गई है।