देश में लगातार दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आ रही है। बलात्कार, हत्या जैसी तमाम आपराधिक मामले देश को झकझोरकर रख दिया है। मोदी सरकार में देश की बेटियां कितनी सुरक्षित है यह सबसे बड़ा सवाल है? इन मामलों को लेकर मोदी सरकार पर विपक्ष जमकर हमला कर रहा है।
अब केरल से कांग्रेस सांसद और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में देश में बढ़ती हिंसा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि ‘लोग अपने हाथ में कानून इसलिए ले रहे हैं क्योंकि इस देश को चलाने वाला शख्स हिंसा में विश्वास रखता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत दुनियाभर में दुष्कर्म की राजधानी के तौर पर जाना जाता है’।
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राहुल गांधी ने कहा, ‘भारत दुनियाभर में दुष्कर्म की राजधानी के तौर पर जाना जाता है। दूसरे देश यह सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर क्यों भारत अपनी बेटियों और बहनों की सुरक्षा करने में नाकाम है। यूपी से एक भाजपा विधायक पर महिला के साथ दुष्कर्म का आरोप है और प्रधानमंत्री ने इसपर एक शब्द तक नहीं कहा’।
वहीं आगे कांग्रेस नेता ने कहा, आपने देश भर में हिंसा में वृद्धि देखी है, ‘अराजकता और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़े हैं। रोजाना हम खबरें पढ़ते हैं कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म, छेड़छाड़ और पिटाई की घटनाएं हो रही है। अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा हो रही है, उनके खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है। दलितों के खिलाफ हिंसा हो रही है, उन्हें पीटा जा रहा है, उनके हाथ काटे जा रहे हैं।
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राहुल गांधी ने प्रधानमन्त्री का नाम लिए बिना मोदी पर निशाना साधा और कहा ‘यह इसलिए हो रहा है क्योंकि जो आदमी इस देश को चला रहा है वह हिंसा में और अव्यवस्थित शक्ति में विश्वास करता है।’