मोदी सरकार के राज में आम आदमी दोहरी मार झेल रहा है। एक तरफ जहां बेरोजगारी के कारण लोग घर पर बैठे हैं।
अब रोजमर्रा की जिंदगी की चीजों की महंगाई के बोझ ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। एक तरफ जहां कोरोना महा संकट में लोगों की आमदनी पहले से ही कम हो चुकी है।
वहीं अब सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है। यानी कि अब आम आदमी बेरोजगारी के साथ-साथ भुखमरी का भी शिकार होने के कगार पर पहुंच गया है।
आपको बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली समेत मुंबई, कोलकाता और कई अन्य शहरों में सब्जी मंडियों में अचानक सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
इस मामले में कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “लोगों की जेब में पहले ही पैसा नही, रोज़ नौकरियाँ- रोज़ी जा रही है। ऊपर से कमरतोड़ महँगाई की मार, कहाँ है, क्या कर रही मोदी सरकार? ठीक कहा- मोदी और महँगाई, दोनों हानिकारक हैं।”
इससे पहले भी कांग्रेस मोदी सरकार को देश में महंगाई बढ़ने के मामले में घेरती रही है।
आपको बता दें कि बीते 1 हफ्ते में ही सब्जियों की कीमतें 2 गुना बढ़ चुकी है। प्याज आलू, टमाटर और हरी सब्जियां सब्जी मंडी से गायब हो रही हैं। बरसात के मौसम में सब्जियां महंगा होना आम बात है।
लेकिन इससे पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ कि इस मौसम में आलू प्याज और टमाटर की कीमत इतनी बढ़ जाएगी कि लोगों के लिए चिंता का विषय बन जाए।
इस वक़्त एशिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी आजादपुर में आज प्याज की कीमत थोक भाव में 40-45 रुपए पहुंच गई है। दिल्ली समेत आसपास के कई शहरों में रिटेल में इस समय प्याज 60 से 80 रुपए किलो के भाव पर बिक रहा है। वहीं टमाटर के रेट 80-100 रुपए किलो पहुंच गया है।
बताया जा रहा है कि बढते दाम को देखते हुए सरकार ने प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी है। शायद सरकार के इस कदम से प्याज की कीमतों में कुछ गिरावट आए। देश के कई शहर ऐसे भी हैं। जहाँ सब्जी मंडियों से प्याज गायब ही हो गया है।