भाजपा शासित गुजरात के कच्छ के मुंद्रा पोर्ट पर बड़ी तादाद में हेरोइन की खेप पकड़े जाने की खबर सामने आई है।

खबर के मुताबिक, कस्टम विभाग और डीआरआई द्वारा बीते कुछ दिनों से हेरोइन की इस खेप को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा था।

दरअसल कस्टम विभाग और डीआरआई को खुफिया जानकारी मिली थी कि अफगानिस्तान से 2 कंटेनर्स में करीब 3000 किलो हेरोइन का कंसाइनमेंट कच्छ के मुंद्रा पोर्ट पर आने वाला है। 3000 किलो हेरोइन की कीमत लगभग 9000 करोड रुपए बताई जा रही है।

इस मामले में डीआरआई और कस्टम विभाग ने 2 लोगों को हिरासत में लिया है।

इसके साथ ही यह जानकारी भी दी गई है कि अफगानिस्तान से आए इन 2 कंटेनर्स को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित एक फर्म द्वारा इंपोर्ट किया गया है। जिसमें इस फर्म ने हेरोइन की खेप को टेलकम पाउडर बताया था।

आपको बता दें कि इतनी बड़ी तादाद में भारत को हेरोइन निर्यात करने वाली कंपनी की पहचान अफगानिस्तान के कंधार स्थित हसन हुसैन लिमिटेड के रूप में हुई है।

बताया जाता है कि डीआरआई और कस्टम को मिली जानकारी के मुताबिक यह जानकारी हासिल हुई थी कि टेलकम पाउडर की आड़ में अफगानिस्तान से गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर 9000 करोड रुपए की हेरोइन की खेप भेजी जा रही है।

जिसके बाद एजेंसियों द्वारा पांच शहरों में जांच पड़ताल शुरू कर दी गई थी। सबसे हैरानीजनक बात यह है कि गुजरात के जिस मुंद्रा पोर्ट से इतनी बड़ी तादाद में हेरोइन की खेप पकड़ी गई है।

उसका मालिकाना हक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी पूंजीपति गौतम अडानी के पास है। बता दें, अडानी पोर्ट उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनी है।

मोदी सरकार के करीबी उद्योगपति गौतम अडानी के पोर्ट से इतनी बड़ी तादाद में हेरोइन पाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर यह खबर चर्चा में बनी हुई है।

वहीं इस मामले में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर हिंदुस्तान टाइम्स की खबर को शेयर करते हुए लिखा-

हिंदुस्तान टाइम्स ने गुजरात के “अदाणी मुंद्रा पोर्ट” पर जब्त 3000 किलो ड्रग्स की कीमत 21,000 करोड़ बतायी। यह ड्रग्स तालिबान द्वारा भेजे जा रहे हैं।

मोदी जी ये बताएँ कि भारत के युवाओं को नशे में धकेलने की साज़िश के दोषी कौन है? कितने हज़ारों करोड़ के ड्रग्स बग़ैर जाँच निकल गए?

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here