बिहार में पहले चरण के विधानसभा चुनाव से पहले मुंगेर में हुई हिंसा पर विपक्षी दलों ने जमकर विरोध जताया है।
हालांकि चुनाव आयोग द्वारा इस मामले के चलते एसपी लिपि सिंह और डीएम राजेश मीणा को हटा दिया गया है। लेकिन अभी भी राज्य में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
अब इस मामले में शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भाजपा पर हमला बोला है।
उन्होंने एक बयान जारी कर कहा है कि बिहार में जिस तरह की हिंसा बिहार में हुई है। अगर ऐसी घटना महाराष्ट्र राजस्थान या फिर पश्चिम बंगाल में हुई होती।
तो अब तक पार्टी द्वारा राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग उठ चुकी होती। लेकिन बिहार के राज्यपाल और भाजपा नेता पर कोई सवाल क्यों नहीं उठाया जा रहा।
भाजपा शासित प्रदेशों में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। जबकि ऐसा दिखाया जा रहा है कि भाजपा की सरकार होने की वजह से हरियाणा उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है। लेकिन इन राज्यों में जंगलराज स्थापित हो चुका है।
इसके साथ ही शिवसेना नेता संजय राउत ने बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा और जदयू को वोट ना डालने की अपील भी की है।
दुर्गा विसर्जन के मौके पर पुलिस द्वारा लोगों पर की गई गोलाबारी बहुत ही निंदनीय कृत्य है। लोगों पर गोली दागने के लिए जनरल डायर बनने का आर्डर कहां से आया था।
वह इस मामले में शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी ट्वीट के जरिए भाजपा को घेरा है।
उन्होंने मुंगेर घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि “मुंगेर में बिहार के एक बेटे की हत्या पुलिस के हाथों हुई, पर उस भूमिपुत्र के इंसाफ़ के लिए सभी ख़ामोश हैं-
बिहार पुलिस के पूर्व DGP, बिहार के मुख्यमंत्री, न्यूज़ चैनल्स, भाजपा और भाजपा की IT सेल। ये जो हैशटैग और TRP का ढोंग है इसे बंद करो!”