महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार बीते कुछ समय से विवादों में बनी हुई है। भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र सरकार को एक के बाद एक कई मामलों पर घेरने की कोशिश कर रही है। बीते कुछ दिनों से महाराष्ट्र में मंदिरों को खोले जाने को लेकर चर्चा चल रही है।

बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने इस मामले में महाराष्ट्र कि ठाकरे सरकार को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने राज्य के मंदिरों को खोले जाने की मांग उठाई है।

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पत्र का जवाब खुद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि उनका सबसे पहला कर्तव्य लोगों की जान को बचाना है। न कि हिंदुत्व पर किसी से सेर्टिफिकेट लेना।

दरअसल भाजपा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हिंदुत्व पर सवाल खड़े किए थे। इसी बीच अब शिवसेना नेता संजय राउत ने एक बड़ी चाल चली है।

उन्होंने महाराष्ट्र में मंदिरों को खोलने की मांग केंद्र सरकार से कर डाली है। संजय राउत ने कहा है कि यह देश हिंदुत्व से नहीं। बल्कि संविधान से चलता है जोकि सेक्युलर है।

केंद्र सरकार यह तय करें कि कोरोना काल के बीच मंदिरों को लेकर राष्ट्रीय नीति क्या होगी। पीएम मोदी यह ऐलान कर दें कि आज से देश के सारे मंदिर खुलेंगे। तो हम भी खोल देंगे। हम प्रधानमंत्री द्वारा दिया आदेश जरूर मानेंगे।

भाजपा शासित कई राज्यों में अभी तक मंदिर नहीं खुले हैं। महाराष्ट्र में यह सब एक राजनीति के तहत किया जा रहा है। लेकिन महाराष्ट्र की सरकार इस सब से हिलने वाली नहीं है।

आपको बता दें कि शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधा है। दरअसल महाराष्ट्र में मंदिरों को खोले जाने के मामले में भाजपा जमकर राजनीति कर रही है। शिवसेना और भाजपा इस मुद्दे को लेकर आमने सामने आ चुके हैं।

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