हाल ही में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की छापेमारी का सामना करने वाले फिल्म कलाकारों के समर्थन में अब शिवसेना आ गई है। दरअसल फिल्म अभिनेत्री तापसी पन्नू और फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप समेत कुछ फ़िल्मी सितारों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की छापेमारी हुई है।
अब शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप के साथ इसलिए ऐसा हो रहा है। क्योंकि वह मोदी सरकार और उनकी नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज उठाते हैं।
जब फिल्म इंडस्ट्री के कई सितारे किसान आंदोलन पर मूकदर्शक बने रहे। तब अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू जैसे कुछ गिने-चुने लोग ही इस किसान आंदोलन के पक्ष में खड़े हुए थे। इसी की कीमत अब उन्हें चुकानी पड़ रही है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में यह सवाल उठाया है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापे मारने के लिए या इस तरह की कार्रवाई करने के लिए इन्हीं लोगों को क्यों चुना?
बॉलीवुड में हर रोज करोड़ों रुपए उड़ रहे हैं। वो कहां से आ रहे हैं? इसकी जांच क्यों नहीं की जा रही।
शिवसेना का कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई लोग हैं। जो लोग खुलकर मोदी सरकार के चमचागिरी करने में लगे हुए हैं। इनमें कई लोग ऐसे हैं। जो मोदी सरकार के सीधे लाभार्थी हैं। सारे लोग ही इस तरह की विचारधारा रखते हो यह जरूरी नहीं है।
कुछ लोगों की रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और वह समय आने पर इसे दिखा भी देते हैं। जिन लोगों ने तापसी पन्नू की फिल्में देखी है। उन्हें जोरदार अभिनय को देखकर पता लग गया है कि तापसी इतनी मुखर क्यों है।
शिवसेना ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इस वक्त देश में हर तरह की स्वतंत्रता का हनन हो रहा है।
जिसमें केंद्रीय जांच एजेंसी की निष्पक्षता और पूर्ण कार्यों की स्वतंत्रता भी जलकर खाक हो चुकी है। अनुराग कश्यप और ताप्सी पन्नू के मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ है।