राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे तमाम दावों के बीच चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा के तकरीबन 4.5 किमी अंदर एक गांव बसा लिया है। इस गांव में चीन ने करीब 101 घर भी बनाए हैं। इस बात का ख़ुलासा ताज़ा सैटेलाइट तस्वीरों से हुआ है।
इस ख़बर के सामने आने के बाद शिवसेना ने केंद्र की मोदी सरकार पर ज़ोरदार हमला बोला है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के ज़रिए मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमारी सीमा में जब चीन नया गांव बसा रहा था, उस समय हमारे प्रधानसेवक और चौकीदार आदि कहे जानेवाली शक्तिशाली सरकार क्या कर रही थी?
सामना की संपादकीय में पूछा गया कि क्या सरकार चीन के कब्ज़े वाले गांव पर बुल्डोज़र चलाएगी या फिर इसी तरह चीन की मनमानी बर्दाश्त करती रहेगी।
संपादकीय में कहा गया, ‘इस निर्माण कार्य के लिए चीन के सैनिक और प्रशासन लगातार जुटे हुए थे। निर्माण कार्य के संसाधन आ रहे थे लेकिन हमारी केंद्र की सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।
चीनियों ने अरुणाचल में देश की सीमा के अंदर एक नया गांव बसा डाला। हालांकि ऐसा एक ही गांव बसाया गया है या दो-तीन गांव बना लिए गए हैं, यह साफ नहीं हो पाया है। विदेश मंत्रालय को इसपर स्थिति साफ़ करनी चाहिए।’
संपादकीय में कहा गया, ‘लद्दाख में भी इसी प्रकार कई किलोमीटर भीतर घुसकर चीन ने देश की हजारों वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली।
दुर्भाग्य यह है कि तब मोदी सरकार ने दावा किया कि चीनी सैनिक हमारी सीमा में घुसे ही नहीं. क्योंकि चीन की सरकार ने गलवान घाटी में घुसपैठ की बात से पहले इनकार किया था। बदनामी के डर से हमारी सरकार की शुरुआती भूमिका भी यही रही।’
शिवसेना ने कहा, ‘अब अरुणाचल प्रदेश में चीन ने नया गांव बसा लिया है। सैटलाइट तस्वीरों के साथ सरकार तक इस तरह की शिकायत पहुंची है। चीन के बसाए गांव के इस सबूत को देखकर देश के किसी भी नागरिक का दिमाग गर्मा जाएगा।
सवाल सिर्फ इतना है कि जनता के मन की आग सरकार के दिमाग में जाएगी क्या? क्या सरकार अवैध निर्माण को ध्वस्त करेगी या फिर चीन की बढ़ती मनमानी को चुपचाप सहती रहेगी?’
सामना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा गया कि जनता को आशा है कि पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक या पुलवामा हत्याकांड के बाद की गई ‘एयर स्ट्राइक’ पर निवेश और मार्केटिंग करने वाले चीन की इस नई घुसपैठ के बारे में चुप्पी नहीं साधेंगे।
इस बार आंखों में आंखें डालकर बात होगी। देश की सीमा में गांव बसाने वाले चीनियों के ख़िलाफ़ प्रधानमंत्री मोदी ज़रूर ‘मास्टरस्ट्रोक’ मारेंगे। देश को उनसे यही उम्मीद है।