गुरुग्राम में बीते कई दिनों से हिंदूवादी संगठनों द्वारा खुले में नमाज करने को लेकर मुस्लिम समुदाय का विरोध किया जा रहा था।
इसी बीच अब सिख समाज ने भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए नमाज अदा करने को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है।
खबर के मुताबिक, गुरुग्राम में गुरुद्वारा श्री सिंह सभा ने मुसलमानों को गुरुद्वारे में आकर नमाज अदा करने के लिए कहा है।
इस संदर्भ में गुरुद्वारा श्री सिंह सभा से जुड़े शेरदिल सिद्धू ने बताया है कि हमने देश का माहौल और भाईचारा बचा कर रखना है। जब कोई भी मुस्लिम भाइयों को नमाज पढ़ने की जगह नहीं देगा। तो भाईचारे को बचाने के लिए किसी न किसी को सामने आना होगा।
इसमें कोई हर्ज नहीं है गुरुद्वारे, मंदिर, मस्जिद सब धर्म के लिए ही होते हैं। अगर गुरूद्वारे में कोई मुस्लिम भाई नमाज अदा करने के लिए आता है।
तो उसका पूरे दिल से स्वागत है। ऐसे ही हिंदू धर्म से जुड़े लोग भी गुरुद्वारे आते हैं। इबादत के लिए गुरुद्वारे हमेशा खुले हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी ने हमें यही सिखाया है कि अव्वल अल्लाह नूर उपाया, कुदरत दे सब बंदे, एक नूर ते सब जग उपजाया कौन भले को मंदे.’
भले कोई मुस्लिम, हिंदू, सिख, सब का खून एक ही रंग का होता है। आज देश में मुसलमानों को ऐसे नफरत भरी नजरों से देखा जाता है कि यह लोग नमाज में नहीं अदा कर सकते। क्या इन लोगों ने हमारे देश के लिए कुर्बानी नहीं दी?
इनके बुजुर्गों ने भी देश के लिए बहुत कुछ किया है। इसके बावजूद भी आदि ने गद्दार कहा जाता है और इन्हें नमाज अदा नहीं करने दी जाती। कब तक हम किसी एक समुदाय को दबा कर रखेंगे? हमने अपने देश को बचाना है।
इसके साथ ही शेरदिल सिंह सिद्धू ने यह कहा कि इससे पहले भी गुरुद्वारे में आकर हर धर्म के लोग इबादत करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के तहत मुसलमान भाई गुरुद्वारे में आकर नमाज अदा कर सकते हैं।