देश के विवादित पत्रकार कहे जाने वाले रिपब्लिक इंडिया के संस्थापक अर्नब गोस्वामी आजकल काफी चर्चा में बने हुए हैं।
दरअसल बीते दिनों जब से मुंबई पुलिस द्वारा उनके और बार्क के सीईओ के बीच हुई व्हाट्सएप चैट सार्वजनिक हुई है। तब से ही रिपब्लिक टीवी के साथ-साथ मोदी सरकार भी विपक्षी दलों के निशाने पर है।
रिपब्लिक इंडिया पर हमेशा से ही फर्जी राष्ट्रवाद का दावा करने के आरोप लगते रहे हैं। जो कि अब अर्नब गोस्वामी की चैट में साफ जाहिर हो रहे हैं। इस चैट में अर्नब गोस्वामी देश के जवानों के शहीद होने पर अपने चैनल की टीआरपी बढ़ने की खुशी मना रहे हैं।
कांग्रेस ने इस मामले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन किया था। जिसमें पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उठाया और मोदी सरकार से इस मामले में जवाबदेही की मांग की है।
अब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस मामले में भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लिया है।
उन्होंने रिपब्लिक टीवी के संस्थापक अर्नब गोस्वामी की कथित व्हाट्सएप चैट का हवाला देते हुए कहा है कि दूसरों को राष्ट्रवाद और देशभक्ति का सर्टिफिकेट देने वाले बेनकाब हो गए हैं।
आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई है। जिसमें सोनिया गांधी ने कृषि कानूनों का भी मुद्दा उठाया है। सोनिया गांधी का कहना है कि सरकार ने किसान संगठनों के साथ बातचीत के नाम पर और असंवेदनशीलता और अहंकार दिखाने का काम किया है।
मोदी सरकार द्वारा ये कृषि कानूनों जल्दबाजी में बनाए गए कानून हैं। भाजपा ने संसद को इनके प्रभावों का आकलन करने का अवसर नहीं दिया गया। हम इन कानूनों को खारिज करते हैं।
इसके सोनिया गांधी ने देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था पर भी भाजपा को भी घेरा है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार अर्थव्यवस्था को ऊपर उठाने की जगह तेजी से निजीकरण कर रही है।