देश में बढ़ रही महंगाई और गिर रही अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों द्वारा मोदी सरकार को लगातार घेरा जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गाँधी बीते साल से घट रही जीडीपी की दर पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
इसी कड़ी में अब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने भी मोदी सरकार को घेरा है।
सोनिया गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि आजाद भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि यह देश दोराहे पर खड़ा है।
एक तरफ जहां देश के अन्नदाता बीते 44 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर अपनी जायज मांगों को लेकर डटे हुए हैं।
वहीं देश की संवेदनहीन भाजपा सरकार गरीब और मध्यम वर्ग लोगों की कमर तोड़ने में जुटी हुई है। जहां देश में कोरोना महामारी की मार ने अर्थव्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है। वही मोदी सरकार अपना खजाना भरने के लिए आपदा को अवसर बना रही है।
आज देश में डीजल की कीमत 74.38 और पेट्रोल की कीमत 84.20 प्रति लीटर हो चुकी है। जबकि कच्चे तेल की कीमत 23.43 प्रति लीटर है।
इंटरनेशनल मार्केट में कीमतें कम होने के बावजूद मोदी सरकार ने आम उपभोक्ता को इसका लाभ देने की बजाय एक्साइज ड्यूटी में बताशा बढ़ोतरी करके मुनाफावसूली के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
यही नहीं गैस सिलेंडर के दामों में भी भाजपा सरकार ने कीमतें बढ़ाकर मध्यमवर्गीय परिवारों की परेशानियां बढ़ा दी है।
सोनिया गांधी ने सरकार से मांग की है कि वह पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी की दर यूपीए शासनकाल के समान करें। जनता को महंगाई की परेशानी से तत्काल राहत दें।
इसके साथ ही सोनिया गांधी ने यह भी कहा है कि मैं सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को भी तत्काल रद्द करने और किसानों की सभी मांगों को पूरा करने की मांग करती हूं।