देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने स्थिति को काफी भयावह बना दिया है। आज देश में लगभग डेढ़ लाख कोरोना संक्रमण के नए मामले दर्ज हुए हैं और 794 जानें गई हैं।
कोरोना महामारी की वजह से मोदी सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है।
कल कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर कोरोना महामारी में कुप्रबंधन के आरोप लगाए हैं।
सोनिया गांधी ने देश में कोरोना वैक्सीन की भारी कमी होने का मुद्दा उठाते हुए आज कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारों और मंत्रियों के साथ बैठक की है।
इस बैठक में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए की जा रही कोशिशों, वैक्सीन और वेंटीलेटर की कमी पर चर्चा की गई है।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने इस मामले में चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि देश में बढ़ रही कोरोना महामारी को कंट्रोल में करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए।
विपक्षी दलों की जिम्मेदारी है कि हम इन मुद्दों को उठाए और मोदी सरकार पर जनहित में काम करने का दबाव बनाएं।
सोनिया गांधी का कहना है कि सभी राज्यों में कोरोना संक्रमण और इससे हो रही मौत के सही आंकड़े पेश किए जाने चाहिए।
हमें इस वक्त सबसे पहले अपने देश के लिए वैक्सीन की उपलब्धता करवाई जानी जरूरी मानना चाहिए। वैक्सीन को दूसरे देशों में निर्यात पर ज्यादा जोर नहीं दिया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि गैर भाजपा शासित राज्यों में कोरोना वैक्सीन की काफी कमी देखने को मिल रही है। इसके अलावा कई सरकारी अस्पतालों में खराब वेंटीलेटर होने की वजह से मरीजों के इलाज में दिक्कत हो रही है।
जहां महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीन की कमी के मुद्दे पर ठाकरे सरकार ने भाजपा पर सवाल खड़े किए थे। वहीँ आज राजस्थान के जोधपुर के अस्पताल में वेंटीलेटर खराब होने के मामले में मोदी सरकार कांग्रेस के निशाने पर आ गई है।