पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान कई तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। लेकिन बीते दिनों से टीएमसी छोड़ भाजपा में शामिल हुए इन नेताओं ने बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। दरअसल कई पूर्व टीएमसी नेता घर वापसी करना चाह रहे हैं।
पश्चिम बंगाल भाजपा में चल रहे इस सियासी असंतोष को लेकर अब पार्टी पर चिंता के बादल मंडराने लगे हैं।
दरअसल पश्चिम बंगाल में भाजपा की हुई हार के बाद पार्टी के कई नेताओं ने सवाल उठाते हुए नाराजगी जाहिर की है।
दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस द्वारा दावा किया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के 35 विधायक दोबारा उनकी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं। यह सभी नेता तृणमूल कांग्रेस के संपर्क में है।
माना जा रहा है कि भाजपा नेताओं के पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में वापस जाने को लेकर भाजपा आलाकमान पूरी कोशिश में जुट गई है।
इसी कड़ी में कल भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ मुलाकात भी की है।
दरअसल पश्चिम बंगाल में भाजपा नेताओं के अंदर इस बात को लेकर भी नाराजगी है कि पार्टी ने स्थानीय नेताओं की जगह बाहर से लाकर नेताओं से विधानसभा चुनाव में प्रचार करवाया।
भाजपा से नाराज चल रहे नेताओं का कहना है कि पार्टी की इस गलती की वजह से ममता बनर्जी को फायदा पहुंचा है।
इस वक्त भाजपा के जिन नेताओं के प्रमुख कांग्रेस से वापस जाने की आशंका जताई जा रही है। उनमें पूर्व मंत्री रंजीब बनर्जी का नाम भी शुमार है।
इसके अलावा भाजपा के दिग्गज नेता मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय भी तृणमूल कांग्रेस के साथ नजदीकियां बढ़ा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने ममता बनर्जी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि राजनीति में कुछ भी संभव है।