चीन ने पाकिस्तान का साथ देते हुए भारत को एक बार फिर ठेंगा दिखा दिया है। हालाकिं ये चौथी बार है जब भारत को दुनियाभर में बेइज्जती का सामना करना पड़ा है। चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रखे इससे जुड़े प्रस्ताव पर देर रात तकनीकी आधार पर विरोध कर भारत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
China blocks India's bid to designate JeM Chief Masood Azhar as a global terrorist in the United Nations Security Council 1267 list. pic.twitter.com/rtQJQqNOWj
— ANI (@ANI) March 13, 2019
दरअसल मसूद अज़हर पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड है और फ़िलहाल पाकिस्तान में है। पुलवामा हमले में भारत के 40 से ज़्यादा जवान शहीद हो गए थे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस हमले की कड़ी निंदा की थी।
वहीं भारत के साथ साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के तीन स्थायी सदस्य देश अमेरिका, ब्रिटेन और फ़्रांस मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव पहले भी ला चुके हैं, लेकिन चीन के विरोध करने के कारण तब भी मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकवादी घोषित नहीं किया जा सका था।
चीन इसके पीछे तर्क वजह देता रहा कि मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। मगर अमेरिका और ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक से पहले कहा था कि मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
मगर फिर भी चीन ने 13 मार्च को होने वाले परिषद की बैठक में चीन के और समय माँगने की वजह की से यह प्रस्ताव टल गया। साथ ही सुरक्षा परिषद के कुल 15 सदस्यों में से सिर्फ़ चीन ने इस प्रस्ताव को भी रोक दिया है।
वहीं पीएम मोदी का वो भाषण भी अब सोशल मीडिया पर याद किया जाने लगा है। जब गुजरात के मुख्यमंत्री रहते नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस की यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि चीन से लाल लाल आँखों से बात करने की ज़रूरत है अब यही बयान पीएम मोदी को ही भारी पड़ रहा है।
विपक्षी नेताओं से आम जन तक पीएम मोदी के लाल लाल आँख वाले बयान पर चुटकी लेते हुए नज़र आ रहें है। स्टैंडअप कॉमेडी करने वाले ऐसी तैसी डेमोक्रेसी ने ट्विटर पर लिखा- चीन को ग़ुस्से वाली लाल आँख दिखाने वाले थे, आधी नींद वाली लाल आँख दिखा के आ गए। ऐसे ही भोले हैं हमारे गोभी जी।
चीन को ग़ुस्से वाली लाल आँख दिखाने वाले थे, आधी नींद वाली लाल आँख दिखा के आ गए। ऐसे ही भोले हैं हमारे गोभी जी। #ChinaBacksMasood
— Aisi Taisi Democracy (@AisiTaisiDemo) March 14, 2019