इधर पूरा देश कोरोना के कहर से कराह रहा है तो उधर नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रियों का अहंकार सातवें आसमान पर है।
मध्य प्रदेश की दमोह लोकसभा क्षेत्र से सांसद और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
जिसमें एक युवक उनसे ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कराने को कह रहा है और बदले में मंत्री सांत्वना देने के उसे फटकार लगाते हुए सुनाई दे रहे हैं।
दरअसल केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल अपने संसदीय क्षेत्र दमोह के जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे।
वहां पर एक युवक मौजूद था जो अपने बीमार मां के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल पाने से परेशान था। युवक ने मंत्री को देखते ही कहा कि सर, मेरी मां काफी बीमार है।
उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की सख्त जरुरत है और वो नहीं मिल पा रहा है। एक घंटे का वक्त बीत गया लेकिन अभी तक सिलेंडर नहीं मिला।
बस इतने पर ही मंत्री का गुस्सा फूट पड़ा और युवक को फटकार लगाते हुए कहा कि पहले अपनी भाषा ठीक रखो।
ऐसा बोलोगे तो दो खाओगे। बदले में युवक ने भी मंत्री को जवाब देते हुए कह दिया कि हां हम दो खाएंगे। हमारी मां भी तो खाने के लिए ही पड़ी है।
परेशान युवक ने मंत्री को कहा कि बताओ, हम क्या करें ! 36 घंटे से परेशान हो रहे हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल रहा। मिला भी तो मात्र 5 मिनट ही चला। यदि नहीं दे सकते हैं तो सीधे मना कर दें।
मंत्री के इस गैरजिम्मेदाराना बयान को लेकर सोशल मीडिया पर लोग उनकी खिंचाई कर रहे हैं और इस व्यवहार के लिए निंदा कर रहे हैं।
मंत्री प्रहलाद पटेल को इस बात का एहसास होना चाहिए था कि वो जनता के वोट से जनता के लिए ही मंत्री बने हैं। अगर कोई आम नागरिक अपनी बीमार मां के लिए आपसे ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग कर रहा है तो ये कोई गुनाह नहीं है।
अगर किसी किस्म की मजबूरी हो भी तो एक बीमार मां के बेटे के साथ मंत्री को सहानुभूतिपूर्वक पेश आना चाहिए था ना कि सत्ता के अहंकार में दो… मारने की धमकी देनी चाहिए।