बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश में पुलिस महिला सुरक्षा को लेकर कितनी प्रतिबद्ध है, इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां बलात्कार पीड़िता अगर पुलिस से गुहार लगाती है तो उसकी गुहार सुनने के बजाए उसे भगा दिया जाता है। जिसके बाद पीड़िता ख़ुद को आग लगा लेती है।

मामला उत्तर प्रदेश के हापुड़ का है। यहां एक विधवा महिला को पहले उसके पिता और चाची ने उसे 10 हजार रुपए के लिए बेच दिया। इसके बाद बार-बार महिला के साथ रेप किया गया। मदद के लिए महिला जब पुलिस के पास गई तो वहां से भी उसे भगा दिया। हताश होकर महिला ने खुद को आग के हवाले कर दिया। महिला 80 फीसदी जल गई है और उसका इलाज दिल्ली के एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है।

हापुड़ के एसपी यशवीर सिंह ने बताया कि मामले में 14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, दिल्ली महिला आयोग (DCW) चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने केस को संज्ञान में लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर महिला के लिए न्याय की मांग की है।

इस पत्र में लिखा है, ‘यह पत्र DCW की ओर से हापुड़ की सामूहिक बालात्कार की एक पीड़िता से संबंधित है। पीड़िता को हापुड़ में यूपी पुलिस के हाथों असहनीय उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, बार-बार शिकायत करने पर भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया। यूपी पुलिस के संवेदनहीन और शर्मनाक रवैये की वजह से पीड़िता खुद ने खुद को आग के हवाले कर लिया। दिल्ली के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।’

पत्र में लिखा गया है कि पीड़िता को कथित रूप से 10 हजार रुपए के लिए हापुड़ के रहने वाले एक शख्स को बेच दिया गया। उस शख्स ने कई लोगों से कर्ज लिया था और बदले में वह पीड़िता को बिना मेहनताना के उनके यहां घरेलू काम करने के लिए मजबूर करता था। यहां पीड़िता के साथ कई बार उत्पीड़न और गैंगरेप हुआ। बाबूगढ़ पुलिस स्टेशन के एसएचओ राजेश कुमार भारती ने बताया कि हमें 14 लोगों के खिलाफ शिकायत मिली है और मामले में जांच बिठाई गई है।

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