भारत में आई कोरोना की दूसरी लहर को दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा सुनामी बताया गया। देश में उसी सुनामी के कारण बनी परिस्थितियों पर संयुक्त राष्ट्र के डब्ल्यूएचओ (WHO) ने चिंता ज़ाहिर करते हुए कहा कि ‘ये दहलाने वाले हालात हैं’।

दरअसल, डब्ल्यूएचओ के चीफ टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस ने कहा है कि भारत की स्थिति बहुत ख़राब हो गई है। यहां के हालात दिल टूटने से भी परे हैं।

कई देशों को अभी भी कोरोना के गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन भारत की स्थिति अब काफी नाजुक और हृदय विदारक हो गई है।

उन्होंने कहा कि संकट से निपटने में भारत की मदद के लिए डब्ल्यूएचओ ने 2,000 से ज्यादा कर्मी तैनात किए हैं। उनका दावा है की उनका संगठन टीकाकरण समेत विभिन्न प्रयासों में प्राधिकारियों की मदद कर रहा है।

‘रायटर्स’ के अनुसार मारिया, WHO की COVID-19 पर टेक्निकल लीड, ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि उन्होनें कई देशों में ट्रांसमिशन में वृद्धि के समान ट्राजेक्ट्री को देखा है।

यह (भारत की) उसी लेवल पर नहीं है और इसका स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर पड़ा बोझ भी (दूसरे देशों में) वैसा नहीं है जो भारत में देखने को मिला है।

देश में तेज़ी से बढ़ते कोरोना मामलों के चलते दूसरे देशों और अंतराष्ट्रीय संगठनों को चिंता हो रही है। ऑस्ट्रेलिया ने भारत से आने वाली सभी पैसेंजर फ्लाइट पर बेन लगा दिया है।

भारत में जनवरी से वैक्सिनेशन ड्राइव चल रही है और वो दुनिया में कोरोना वैक्सीन का सबसे बड़ा निर्माता भी है। बावजूद इसके, भारत में आई कोरोना की दूसरी लहर पहले से भी ज़्यादा घातक है।

इसके कारण हर उम्र वर्ग के लोगों की मौत हो रही है और स्वस्थ्य प्रणाली ने जवाब दे दिया है। शमशानों और कब्रिस्तानों में लाशों का अंबार लगा हुआ है और अस्पतालों के बाहर मरीज़ों का।

स्वस्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में पिछले 24 घंटों में 3.23 नए कोरोना मामले सामने आए हैं, तो वहीँ इस बीमारी के कारण 2771 लोगों की मौत हो गई है। अब भारत में कुल 28,82,204 एक्टिव कोरोना मामले हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here