
राजा एसपी सिंह कॉलेज इटौरा क्वारंटीन सेंटर के हालात बेहद खराब है। वहां क्वारंटीन महिलाओं ने वहां के खराब हालातों के चलते खाना भी नहीं खाया और इस पर पुलिस से नोकझोंक भी हो गई।
महिलाओं का आरोप है कि खाने की गुणवत्ता बेहद खराब है उन्हें रोज सुविधाओं से जूझना पड़ता है। सुविधाओं के अभाव के चलते वहां रहना दिन प्रतिदिन मुश्किल होता जा रहा है। बुरे हालातों में बिना खाने के कोई उनसे वहां रहने की अपेक्षा आखिर कैसे कर सकता है।
कल जब महिलाओं ने अपना विरोध दर्ज किया तो पुलिस ने उन पर एफआईआर करने की धमकी दी। इस धमकी पर महिलाओं ने कहा कि या तो हमको हमारे घर जाने दीजिए या फिर हमें मार दीजिए पर हम अब क्वारंटीन सेंटर में नहीं रह सकते।
क्वारंटीन सेंटर में आगरा के पारस अस्पताल और एसआर अस्पताल का स्टाफ रखा गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आगरा उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक कोरोना प्रभावित जिलों में से एक है।
सूबे के मुख्यमंत्री यह दावा कर रहे हैं की उत्तर प्रदेश में किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है। सभी क्वारंटीन सेंटर्स में खाना उपलब्ध कराया जा रहा है परंतु महिलाओं द्वारा लगाए जा रहे आरोप उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सभी दावों की पोल खोल रहे हैं। ऐसी शिकायतें देश के अन्य क्वारंटीन सेंटरों से भी आ रही है।यह बेहद चिंताजनक एवं निराशाजनक है।
कोविड-19 से पीड़ित लोगों की संख्या लगभग 40000 हो गई है। 1100 से अधिक लोगों की मौत भी हो गई है। मजदूर एवं प्रवासियों की हालत बेहद खराब है और क्वारंटीन सेंटर से आने वाली खबरें भी निराशाजनक हैं। ऐसे में सरकार को प्रशासन की मदद से स्थितियों को बेहतर करने का हर संभव प्रयास करना चाहिए ताकि इस महामारी से एकजुट होकर लड़ा जा सके।