प्रियंका चोपड़ा 3 साल बाद यूनिसेफ के एक कार्यक्रम में भाग लेने लखनऊ आईं थीं। इस कार्यक्रम में वो यूनिसेफ के गुडविल एंबेसडर के रूप में शिरकत कर रही थीं।

यूनिसेफ की तरफ से वो यूपी में बच्चों की शिक्षा में सुधार का स्तर, स्वास्थ्य, पोषण और तमाम तरह के सुरक्षा उपायों की स्थिति और उनकी पहुंच के स्तर को देखने निकली थीं।

इसी बीच उनकी एक महिला पुलिस से बातचीत करने का एक वीडियो वायरल होने लगा। बातचीत में प्रियंका महिला पुलिसकर्मी से कह रही हैं कि “मैं भी लखनऊ में रहीं हूं, यहां एक डर का माहौल तो है खासकर शाम को 7 बजे के बाद!

इसपर महिला पुलिसकर्मी कहती हैं कि “इसपर हम आपको डाटा दिखाना चाहेंगे।”

पुलिसवालों से किए कई सवाल

वीडियो में आगे प्रियंका कहती नजर आ रही हैं कि “यूपी जैसे राज्य में जहां लड़कियां काफी डरती थी, और महिलाओं पर हमले ज्यादा होते थे। अब कैसी स्थिति है?

इस पर महिला पुलिसकर्मी ने पुलिस में हुए डिजिटाइजेशन को दिखाया। साथ हीं उनको कॉल सेंटर में ले जाकर कॉल ट्रैकिंग यूनिट के कामकाज को दिखाया।

जिसमें पुलिस नहीं बाहर के कर्मचारी काम के रहे थे ताकि कोई शिकायत आए तो मामले को दबाया न जा सके। क्योंकि पुलिस कई बार मामले को दबाने की कोशिश करती है। हमलोग माहौल को न्यूट्रल रखना चाहते हैं।

मैनुअल पुलिसिंग और तकनीक है असरदार

प्रियंका आगे सवाल करती हैं कि “डिजिटलीकरण के बाद क्या यूपी जैसे राज्य में चीजें आसान हो गई हैं, क्योंकि इस राज्य में लड़कियां डरती थीं?”

इस पर महिला पुलिस अधिकारी बताती हैं कि सिर्फ डिजिटाइजेशन तकनीक अकेले कुछ नही कर सकती पर जब हम तकनीक और मैनुअल पुलिसिंग साथ काम करते हैं तब यह खतरनाक मिक्स होता है।

अमेरिका लौटने से पहले जब प्रियंका लखनऊ पहुंची थीं, तो यूपी सरकार के कामों से संतुष्ट दिखी. प्रियंका का कहना था कि उन्हें देख कर अच्छा लगा कि लड़कियां स्कूल जा रही हैं. बच्चों के पोषण के लिये भी काम किया जा रहा है.

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