मध्यप्रदेश का सियासी संकट अब बदले की कार्यवाही बनता जा रहा है। कर्नाटक में बागी विधायकों से मिलने गए कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने जबरन हिरासत में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि हमें किसी को भी मिलने से मना किया गया है जिस कारण कोई भी नेता होटल के अंदर जाकर नहीं मिल सकता है।
कांग्रेस के बागी विधायक अपना इस्तीफा देने पर अड़े हुए है वहीं कांग्रेस की तरफ से लगातार उनको मनाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत नेताओं का एक समूह कांग्रेस के बागी नेताओं से मिलने गया तो पुलिस ने उनको मिलने से मना कर दिया तथा जबरन हिरासत में ले लिया।
कर्नाटक में कांग्रेस नेताओं को जबरन हिरासत में लेने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि देश में तानाशाही और हिटलरशाही हो रही है कभी भी किसी को भी बंधक बना लिया जाता है।
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा- बैंगलोर में भाजपा द्वारा बंधक बनाये गये कांग्रेस विधायकों से मिलने गये कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियो , विधायकों को मिलने से रोकना , उनसे अभद्र व्यवहार करना , उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से तानाशाही व हिटलर शाही है।
बैंगलोर में भाजपा द्वारा बंधक बनाये गये कांग्रेस विधायकों से मिलने गये कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियो , विधायकों को मिलने से रोकना , उनसे अभद्र व्यवहार करना , उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से तानाशाही व हिटलर शाही है।
1/3— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) March 18, 2020
आपको बता दे कि इससे पहले भी मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री व कांग्रेस नेता जीतू पटवारी को भी पुलिस ने विधायकों से मिलने से रोका था तथा उनको साथ धक्का मुक्की भी की गयी थी और अब राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह को हिरासत में लेना वाक्य में ही लोकतंत्र के लिए खतरा है।