यूरोपीय संघ के 23 सांसदों को कश्मीर दौरे की अनुमति दिए जाने और उनकी यात्रा को स्पॉसर करने वाली मादी शर्मा की पहुँच भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पीएमओ तक है। क्योंकि यूरोपीय संघ के 23 सांसदों को कश्मीर दौरे का इंतेजाम मादी शर्मा ने किया है जोकि एक इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर हैं।

मादी शर्मा की प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुँच होने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सवाल खड़े किए हैं। दरअसल, यूरोपीय संघ के 23 सांसदों का दावा है कि वो निजी भारत यात्रा पर आए हैं। उनकी इस यात्रा पर भारतीय विदेश मंत्रालय भी सीधे तौर सामने नहीं आ रहा है। फिर ऐसे में सवाल उठता है की इन विदेशी सांसदों की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कैसे हुई?

किसान-नौजवान अपने PM से मिल नहीं सकते लेकिन ‘इंटरनेशनल ब्रोकर’ मिल लेते हैं, कैसे?

पीएम मोदी से यूरोपीय संघ के 23 सांसदों का मिलने का कार्यक्रम और उनके कश्मीर में ठहरने का इंतजाम अंतर्राष्ट्रीय बिजनेस ब्रोकर मादी शर्मा ने अपनी एनजीओ से करवाया है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके सीधे पीएम नरेन्द्र मोदी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि,

“भारत के किसानों-बेरोजगार युवाओं के लिए सुविधा नहीं है कि प्रधानमंत्री से मुलाकात हो सके, समस्याएं सुनी जा सकें। लेकिन, हां मादी शर्मा जैसे इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर बड़ी शान से लिख सकते हैं, भारत आइए हम आपका खर्चा भी उठाएंगे। पीएम ऑफिस में हमारी पहुँच है, हम आपको पीएम से भी मिलवाएंगे। इन बिजनेस ब्रोकर की पीएम ऑफिस में पहुँच कैसे बनी?”

बता दें कि कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से (86 दिन) से लॉकडाउन है। भारत के विपक्षी नेताओं ने कश्मीर के हालत जानने के लिए जाना चाहते हैं लेकिन केंद्र सरकार ने उन्हें जाने की अनुमति नहीं दी है। लेकिन विदेश से आए 23 सांसदों को पूरा कश्मीर दिखाया जा रहा है, जोकि आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल नहीं है। सवाल ये भी है कि, जब यह आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल नहीं है तो इन सांसदों को क्यों बुलाया गया है?

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