पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं टीएमसी की राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता बनर्जी ने गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या पर दुख व्यक्ति करते हुए बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि देश में डर का माहौल बन गया है और आवाज़ों को दबाया जा रहा है।
ममता बनर्जी ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा, “बहादुर पत्रकार विक्रम जोशी, जिनका आज निधन हो गया, उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ के खिलाफ उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई थी, इसलिए उन्हें गोली मार दी गई। देश में डर का माहौल बन गया है। आवाजों को दबाया जा रहा है। मीडिया को भी नहीं बख्शा।”
वहीं कांग्रेस ने भी इस घटना को लेकर सूबे की योगी सरकार को जमकर घेरा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर के ज़रिए कहा, “अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या कर दी गयी। शोकग्रस्त परिवार को मेरी सांत्वना। वादा था राम राज का, दे दिया गुंडाराज।”
बता दें कि पत्रकार विक्रम जोशी ने कुछ दिनों पहले ही अपनी भांजी के साथ हुई छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस को दी थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले को हल्के में लिया और बदमाशों के खिलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की। इससे बदमाशों के हौसले बुलंद हो गए और उन्होंने शिकायत करने वाले पत्रकार जोशी पर 20 जुलाई की देर रात हमला कर दिया।
अपने ख़िलाफ़ शिकायत से बदमाशों का पारा इस कदर चढ़ गया कि उन्होंने सीधे पत्रकार के सिर में गोली दाग दी। जिससे अस्पताल में इलाज के दौरान पत्रकार की मौत हो गई।
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए फिलहाल 9 लोगों को गिरफ़्तार किया है। लेकिन पूरे घटनाक्रम को देखते हुए ये कहा जा सकता है की पुलिस ने मामले में कार्रवाई करने में काफी देरी की है। अगर ये कार्रवाई छेड़खानी की तहरीर पर की जाती तो पत्रकार की जान ना जाती।
पीड़ित पत्रकार के परिजनों का कहना है कि अगर विक्रम जोशी की तहरीर पर पुलिस ने कार्रवाई की होती तो आज यह घटना ना हुई होती। विक्रम की भांजी को लगातार छेड़ा जा रहा था बावजूद इसके पुलिस ने न कोई सुनवाई की और न ही कोई गिरफ़्तारी की।