गाजियाबाद में भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने वाले पत्रकार विक्रम जोशी आखिरकार ज़िन्दगी की जंग हार गए। उन्होंने आज अस्पताल में दम तोड़ दिया। विक्रम पर बीते कल बदमाशों ने हमला किया था। इस हमले में उनके सिर में गोली मारी गई थी।
पत्रकार की हत्या के बाद सूबे की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख ज़ाहिर करते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर ज़ोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वादा था राम राज का, दे दिया गुंडाराज।
राहुल गांधी ने बुधवार को अपने ट्वीट में लिखा, “अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या कर दी गयी। शोकग्रस्त परिवार को मेरी सांत्वना। वादा था राम राज का, दे दिया गुंडाराज।”
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी इस मामले को लेकर सीएम योगी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “गाजियाबाद के पत्रकार साथी का क्या गुनाह था? क्या अपने परिवार की सुरक्षा के लिए न्याय की गुहार लगाना गुनाह है? मुख्यमंत्री जी ! यह प्रदेश आपसे नहीं संभल रहा। इस्तीफा दीजिए और गोरखपुर लौट जाइए। गोरखपुर आपका इंतज़ार कर रहा है।”
बता दें कि पत्रकार विक्रम जोशी ने कुछ दिनों पहले ही अपनी भांजी के साथ हुई छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस को दी थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले को हल्के में लिया और बदमाशों के खिलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की। इससे बदमाशों के हौसले बुलंद हो गए और उन्होंने शिकायत करने वाले पत्रकार जोशी पर 20 जुलाई की देर रात हमला कर दिया।
अपने ख़िलाफ़ शिकायत से बदमाशों का पारा इस कदर चढ़ गया कि उन्होंने सीधे पत्रकार के सिर में गोली दाग दी। जिससे अस्पताल में इलाज के दौरान पत्रकार की मौत हो गई।
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए फिलहाल 9 लोगों को गिरफ़्तार किया है। लेकिन पूरे घटनाक्रम को देखते हुए ये कहा जा सकता है की पुलिस ने मामले में कार्रवाई करने में काफी देरी की है। अगर ये कार्रवाई छेड़खानी की तहरीर पर की जाती तो पत्रकार की जान ना जाती।
पीड़ित पत्रकार के परिजनों का कहना है कि अगर विक्रम जोशी की तहरीर पर पुलिस ने कार्रवाई की होती तो आज यह घटना ना हुई होती। विक्रम की भांजी को लगातार छेड़ा जा रहा था बावजूद इसके पुलिस ने न कोई सुनवाई की और न ही कोई गिरफ़्तारी की।