न्यूज़ चैनलों द्वारा फैलाई गई नफ़रत अब सड़कों – गलियों में दिखाई देने लगी है। चैनलों के नेरेटिव के मुताबिक़ अब आम लोग भी मुसलमनों को कोरोना का ज़िम्मेदार मानने लगे हैं। जिसके चलते बड़े स्तर पर मुस्लिम समाज का बहिष्कार देखने को मिल रहा है।
कहीं मुस्लिम सब्ज़ी वालों पर जबरन कोरोना फैलाने का आरोप लगा कर उन्हें पीटा जा रहा है तो कहीं मुस्लिम सफाईकर्मियों का विरोध देखने को मिल रहा है। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक सफाईकर्मी का विरोध सिर्फ इसलिए किया जा रहा है क्योंकि वो मुस्लिम है। वीडियो में एक हिंदू शख्स सफाईकर्मी पर आरोप लगा रहा है कि वो उसकी गली में थूक कर कोरोना फैलाने की कोशिश कर रहा है।
वीडियो में सबसे दिलचस्प बात तो ये देखने को मिली कि जब हिन्दू शख़्स मुस्लिम सफाईकर्मी पर ये आरोप लगा रहा था, तभी वहां मौजूद दूसरे सफाईकर्मी ने इसका विरोध किया। उसने हिन्दू शख्स से कहा कि वो भी एक हिन्दू है और बाल्मीकि समाज से है। उसने कहा कि उसके साथी ने यहां कहीं नहीं थूका तो फिर आप झूठ क्यों बोला रहे हैं।
इसपर वो शख्स न्यूज़ चैनलों का हवाला देकर कहता है कि इनके समाज के लोग इसी तरह से कोरोना को फैला रहे हैं। नफ़रत भारी इस बात को सुनने के बाद बाल्मीकि समाज के सफाईकर्मी को गुस्सा आ जाता है और वो उस शख़्स से कहता है कि अब आपकी गली में कोई सफाई नहीं होगी और ना ही कोई दवा छिड़की जाएगी। सफाईकर्मी ये कहकर वहां से चला जाता है।
सोशल मीडिया पर ये वीडियो जमकर वायरस हो रहा है। इसे शेयर करने वालों का दावा है कि ये वीडियो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है। हालांकि बोलता हिन्दुस्तान इस बात की पुष्टि नहीं करता। वीडियो को शेयर करने वाले बाल्मीकि समाज के सफाईकर्मी की खूब तारीफ कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि समाज में नफ़रत फैलने वालों को सबक सिखाने के लिए ऐसे ही लोगों की ज़रूरत है।