jaivardhan singh

कोरोना संकट में मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार गरीबों का राशन तक गटक जा रही है। शिवराज सरकार द्वारा चलाए जा रहे 10 किलो आटा देने की योजना के लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के 10 किलो कट्टे में 3 किलो कम आटा निकल रहा है। गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद खाद्य विभाग के अधिकारी कट्टे में खुद 1 किलो आटा कम होने की बात स्वीकार कर रहे हैं।

ये मामला सबसे पहले ग्वालियर में सामने आया, जब नई सड़क पर हरि निर्मल टॉकिज के सामने एक राशन की दुकान से शिकायत मिली। यहां पर जब एक व्यक्ति ने आटे का वजन कराया तो कट्टे का वजन महज 8.85 किलो ही निकला।

इसके बाद दुकान के बाहर खड़े अन्य लोगों ने भी अपने आटे के कट्टे का वजन कराया, सामने आया कि सभी के कट्टों में वजन कम है।

इस अमानवीय भ्रष्टाचार के सामने आने के बाद अधिकारी जांच में जुट गए हैं। लेकिन कोरोना महामारी के समय जब गरीब आदमी खाने का मोहताज हो रहा है तब सरकारी तंत्र उनके पेट से निवाला छीनना चाहता है।

वहीँ इस मामले पर पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा है कि, वाह शिवराज जी ! भूख में भी भ्रष्टाचार कर डाला… विधायक ख़रीदने और सरकार बनाने में जो पैसा खर्च हुआ था वो जनता से सूद समेत वसूला जा रहा है।

बता दें कि अभी हाल ही में लॉकडाउन के दौरान कांग्रेस के 20 विधायक इधर-उधर करने के बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी है। लेकिन गरीबों की बात करने वाले सीएम शिवराज के राज में गरीबों का हक़ मारा जा रहा है।

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