देश में मंदी की बात को खारिज करने के लिए बीजेपी नेता अजीब-अजीब बयान देते नज़र आ रहे हैं। अब बलिया से बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी को लेकर बेहद बेतुका बयान दे डाला है। उन्होंने कहा है कि अगर ऑटो सेक्टर में मंदी होती तो फिर सड़कों पर जाम नहीं होता।
गुरुवार को लोकसभा में आर्थिक मंदी को लेकर विपक्ष के आरोप पर पलटवार करते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि देश को बदनाम करने के लिए ऑटो क्षेत्र में मंदी और बिक्री कम होने की बातें कही जा रही हैं। इस पर उन्होंने सवाल किया कि अगर आटो क्षेत्र में मंदी है तब एक एक घर में कई गाड़ियां और सड़क पर जाम क्यों है?
दिलचस्प बात तो ये हे कि उन्होंने इस दौरान प्याज़ के दाम बढ़ने की बात को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि प्याज को महंगे होने की बात की जा रही है, लेकिन चलिए मैं अपने संसदीय क्षेत्र (बलिया) के मोहमदाबाद में 25 रुपये किलोग्राम की दर एक ट्रक प्याज दिलवाता हूं।
बीजेपी सांसद ने इस दौरान जीडीपी को भी ग़ेरज़रूरी बताने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि लोग जीडीपी की बातें करते हैं, लेकिन लेकिन ग्रामीण अर्थव्यवस्था इस पैमाने से तय नहीं हो सकती है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत है क्योंकि यह श्रम आधारित है और यहां बचत की परंपरा है। आज गांवों और कस्बों में जाकर देखा जा सकता है कि लोग बड़े पैमाने पर पैसे जमा करा रहे हैं।
इससे पहले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी जीडीपी को लेकर कहा था कि इसका अर्थव्यवस्था में कोई महत्व नहीं। उन्होंने तीन दिन पहले लोकसभा में कहा था, “जीडीपी 1934 में आया, इससे पहले कोई जीडीपी नहीं था। केवल जीडीपी को बाइबल, रामायण या महाभारत मान लेना सत्य नहीं है और भविष्य में जीडीपी का कोई बहुत ज़्यादा उपयोग भी नहीं होगा”।