
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने महिलाओं के लिए जो फ्री बस यात्रा करवाने का वादा किया था वो अब पूरा हो गया है। राज्य की महिलाएं अब बिना कोई किराया दिए DTC बसों में सफर कर सकती हैं। अपने इस फैसले का जायज़ा लेने के लिए केजरीवाल ने बसों में सफर कर महिलाओं से फीडबैक भी लिया।
दिल्ली सरकार के इस फैसले को महिला सुरक्षा के नज़रिए से भी देखा जा रहा है। फ्री में सफर करने के साथ-साथ इन बसों में यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मार्शल भी रहेंगे। हालाँकि, भाजपा की ओर से दिल्ली सरकार को इस फैसले पर आलोचना झेलनी पड़ रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि ये मात्र ‘इलेक्शन स्टंट’ है। लेकिन इन आलोचनाओं का जवाब खुद महिलाएं ही दे रही हैं।
एक ट्विटर यूज़र ने भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकारों की तुलना करते हुए लिखा कि, “UP- किताबें छापने के लिए रूपए नहीं हैं, कर्मचारियों और होम गार्ड्स की सैलरी देने के लिए रूपए नहीं हैं। लेकिन अयोध्या में दीपोत्सव मनाने के लिए 133 करोड़ हैं।
बनाम
दिल्ली- पूरे भारत में सबसे ज़्यादा न्यूनतम मजदूरी दी जाती है, 13 हज़ार बस मार्शल और महिलाओं के लिए फ्री में बस यात्रा। “
UP – No money to print text books n pay salaries of Karmacharis &Home Guards but spends 133 cr on Deepotsav at Ayodhya.
Vs
Delhi – Minimum wages- highest in India, 13000 Bus Marshals n free Bus rides 4women.Look at the contrast.? pic.twitter.com/UZUzC2bm7R
— SirishaRao (@SirishaRao17) October 29, 2019
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार की इस योजना का कुल खर्च करीब 140 करोड़ पड़ेगा। सरकार के फैसले की भले ही कुछ लोग आलोचना कर रहे हों, लेकिन निःसंदेह महिलाओं को इसका फायदा होगा।
और भाजपा के नेता अगर इसको इलेक्शन स्टंट बता रहे हैं, तो उनके राज में होम गॉर्डस को सैलरी देकर भी इलेक्शन स्टंट किया जाना चाहिए। जनता को ऐसे स्टंट पसंद आते हैं।