भारत की अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में है। कुछ दिन पहले ही देश की आर्थिक वृद्धि दर 25 तिमाहियों में सबसे निचले स्तर पर यानी 5 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। ऐसे में यह आंकड़ा भारतीय अर्थव्यवस्था के और ज्यादा संकट की ओर इशारा कर रहा है। लेकिन केंद्र की बीजेपी सरकार और उसके मंत्री देश के आर्थिक बदहाली को मानने से इंकार करते रहें हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था की बिगड़ी हालत को लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने भी माना है कि देश मंदी के दौर से गुजर रहा है।
सऊदी में एक सम्मलेन में शिरकत करने पहुंचे मुकेश अंबानी ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में थोड़ी सुस्ती का दौर चल रहा है। जिस बात से मोदी सरकार और उसके मंत्री इंकार करते रहे हैं। उसे अंबानी ने किया स्वीकार लिया है और कहा ‘भारत अभी आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है’।
खुद इस सम्मलेन में पीएम मोदी मुख्य वक्ता के तौर पर मौज़ूद रहे. दरअसल 29 से 31 अक्टूबर तक अरब के रियाद शहर में आयोजित सालाना निवेश मंच ‘Future Investment Initiative’ को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने यह भी कहा कि ‘साल 2019 के बाद से इस बार जीडीपी में सबसे कम बढ़त देखी गई है।
उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के ग्रोथ रेट में पिछले पांच महीने से गिरावट देखी जा रही है’। अप्रैल-जून की तिमाही में तो यह 5 फीसदी तक हो गया है, जबकि एक साल पहले 8 फीसदी था। यह साल 2013 के बाद सबसे कम बढ़त दर है।