
राजधानी दिल्ली Delhi जिस तरह से कोरोनावायरस coronavirus विस्तार के शुरुआती दौर में मुसीबतों का सामना कर रही थी लगभग उसी तरह के हालातों से अब फिर गुजर रही है।
जब दावा किया जा रहा है कि देश दुनिया मे कोरोनावायरस का असर कम हो रहा है ऐसे हालत में भी राजधानी के अंदर 24 घंटे के अंदर 7486 नए मामले का आना हैरानी की बात है। इसमें सबसे चिंताजनक बात है कि पिछले 24 घंटे में 131 मरीजों की मौत हो चुकी है।
राजधानी दिल्ली में बेकाबू हुई परिस्थितियों का असर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में भी होने लगा है जहां कोरोनावायरस के मामलों में अप्रत्याशित कमी के बाद अब फिर से तेजी आने लगी है और कई दिनों बाद कोरोना के मामले 2000 के पार दर्ज किए गए हैं।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों की जानकारी देते हुए पत्रकार नरेंद्र नाथ मिश्रा ने ट्विटर पर लिखा-24 घंटे में दिल्ली में 7486 नए कोविड मरीज। 131 मौत। आज उत्तर प्रदेश में भी कई दिनों बाद 2 हज़ार से अधिक नए मरीज आए।
दरअसल दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बन रही इस चिंताजनक स्थिति के लिए दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्री पर भी सवाल उठ रहे हैं जिनकी प्राथमिकता मैं दीप उत्सव मनाना और भव्य भीड़ जुटाना रहा है।
जहां एक तरफ योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दिवाली मनाने के नाम पर भव्य आयोजन किया वहीं अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली स्थित अक्षरधाम मंदिर में एक बड़ा आयोजन किया।
जबकि आपात स्थिति में इन मुख्यमंत्रियों की प्राथमिकता सामाजिक जागरूकता और स्वास्थ्य के प्रति होना चाहिए।