आज पूरा देश पिछले साल 14 फ़रवरी 2019 को पुलवामा में हुए सीआरपीएफ़ काफ़िले हमले में शहीद जवानों को याद कर रहा है। कश्मीर में हुए इस भयावह हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए और बहुत सारे जवान घायल हो गए थे। यह अब तक का सेना पर सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जाता है।
आज इन सीआरपीएफ के वीर शहीदों को पूरे देश में जहां नमन किया जा रहा है। वहीं केंद की सरकार से लोग और विपक्ष सवाल भी खड़ा कर रहा है। सालभर बीत जाने के बाद अभी भी देश की बड़ी जांच एजेंसी एनआईए जांच कर रही है। लेकिन अभी तक इस हमले के ठोस वजह सामने नहीं आये हैं। इस हमले के कई गंभीर सवाल अभी सुलझे नहीं है।
पुलवामा: शहीद का परिवार ‘भुखमरी’ के कगार पर, पिता बोले- वोट ले लिया लेकिन हमें कुछ नहीं दिया
पुलवामा में हुए इतने बड़े आतंकी हमले को लेकर बिहार जनाधिकार पार्टी के नेता और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने ट्वीट करते हुए सवाल पूछा- ”आज पुलवामा हमले की बरसी है, उसमें शहीद वीर जवानों को दिल से नमन! लेकिन सवाल है एक साल बीत जाने के बाद भी पुलवामा हमले की जांच क्यों नहीं हुई? 300KG विस्फोटक उस अति सुरक्षित क्षेत्र में कैसे पहुंचा? उस घटना का लाभ ले एक बेकार सरकार फिर चुनाव जीत गयी,पर उन जवानों को न्याय नहीं मिला।”
आज पुलवामा हमले की बरसी है, उसमें शहीद वीर जवानों को दिल से नमन!
लेकिन सवाल है एक साल बीत जाने के बाद भी पुलवामा हमले की जांच क्यों नहीं हुई?300KG विस्फोटक उस अति सुरक्षित क्षेत्र में कैसे पहुंचा?उस घटना का लाभ ले एक बेकार सरकार फिर चुनाव जीत गयी,पर उन जवानों को न्याय नहीं मिला।
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) February 14, 2020
बता दें की कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे गाडी से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दिया। इसमें 40 जवान शहीद हो गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए थे। यह सुरक्षाबलों पर आत्मघाती हमला अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला था।
पुलवामा हमले के बाद देश में जुलाई 2019 में लोकसभा का चुनाव हुआ जिसमे इन शहीद सीआरपीएफ जवानों के नाम पर बीजेपी नेता और प्रधानमंत्री मोदी लोगों से शहीद जवानों के नाम पर वोट मांग रहे थे। जिसके बाद बीजेपी दुबारा केंद्र की सत्ता में आने के बाद भी इन शहीद परिवारों को किये गए वादें अभी तक पूरा नहीं किया है।