बुधवार को राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि, मैं देख रहा हूं कि इस पर अलग-अलग मत हैं। लोकतंत्र में जब अलग-अलग मत होता ही, तो हम इसको लोकतंत्र कहते हैं।
बुधवार सुबह बीजेपी की संसदीय बोर्ड की बैठक में पीएम मोदी के बयान पर संजय राउत ने जवाब देते हुए कहा, “यह कहा गया कि जो इस बिल को समर्थन नहीं करता वह देशद्रोही है और जो समर्थन करता है वह देशभक्त है।”
आपने 370 हटाया हमने आपको समर्थन दिया। आज देश के बहुत से हिस्सों में इस बिल का विरोध हो रहा है, हिंसा हो रही है। वे भी देश के नागरिक हैं, देश नहीं विरोधी हैं। हम भी हिंदू हैं, हमें आप से सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।”
संजय राउत ने कहा, “यह भी कहा गया कि जो इसका समर्थन नहीं कर रहा वह पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है। अगर पाकिस्तान की भाषा हमको पसंद नहीं है तो हमारी इतनी मजबूत सरकार है पाकिस्तान को खत्म करो। आपने 370 हटाया हमने आपको समर्थन दिया। आज देश के बहुत से हिस्सों में इस बिल का विरोध हो रहा है, हिंसा हो रही है। वे भी देश के नागरिक हैं, वे देशविरोधी नहीं हैं। हम भी हिन्दू हैं, हमें आप से सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।”
राउत ने कड़े शब्दों में पीएम मोदी और अमित शाह को कहा कि, “हमें हमारे राष्ट्रवाद और हिंदुत्व पर कोई सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। जिस स्कूल में आप पढ़ते हो, हम उस स्कूल के हेड मास्टर हैं। हमारे स्कूल के हेड मास्टर बालासाहेब ठाकरे थे, अटल जी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी थे, हम सबको मानते हैं।”
Sanjay Raut, Shiv Sena: We don't need any certificate on our nationalism or Hindutva. Jis school mein aap padhte ho, hum us school ke head master hain. Hamare school ke headmaster Balasaheb Thackeray the, Atal ji, Shyama Prasad Mukherjee bhi the, hum sabko mante hain. pic.twitter.com/xoQHwJ9rQT
— ANI (@ANI) December 11, 2019
बता दें कि, राज्यसभा में चर्चा होने से पहले बुधवार सुबह बीजेपी की संसदीय दल की बैठक हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिल का विरोध कर रहे दलों को पाकिस्तान परस्त बोल दिया। उन्होंने कहा, पाकिस्तान जो भाषा नागरिकता बिल को लेकर बोल रह है वही बात यहां के कुछ दल बोल रहे हैं। इसे जनता तक ले जाइए।”