बीते साल मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों का शुरू से ही कांग्रेस द्वारा जमकर विरोध किया गया है।

इस संदर्भ में मानसून सत्र के दौरान सदन के अंदर भी भाजपा को घेरने के लिए विपक्षी दलों द्वारा किसानों का मुद्दा उठाया गया। लेकिन इस मामले में सरकार कोई चर्चा करने के लिए तैयार नहीं है।

कृषि कानूनों के मुद्दे के साथ राहुल गाँधी पेगासस जासूसी मामले में भी सत्तापक्ष से चर्चा करने की मांग कर रहे हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गाँधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया है।

इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने राहुल गांधी का समर्थन किया है।

उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि संसद में किसानों के मुद्दे को विपक्षी दलों द्वारा अब उठाया जा रहा है।

राहुल गांधी संसद में ट्रैक्टर लेकर पहुंचे थे। जिस पर कृषि कानूनों का विरोध करते हुए एक पोस्टर भी लगाया गया था।

राकेश टिकैत का कहना है कि ये बहुत अच्छी बात है कि राहुल गांधी ने हिम्मत की है। मोदी सरकार ने राहुल गांधी को पप्पू बनाने में काफी पैसा खर्च किया है। लेकिन राहुल गांधी किसानों के समर्थन में हमेशा बोलते रहे हैं।

गौरतलब है कि दिल्ली के जंतर मंतर पर इस वक्त किसान संसद चलाई जा रही है। जिसमें किसान नेताओं द्वारा भाजपा को घेरते हुए आरोप लगाए गए हैं कि मोदी सरकार छोटे और गरीब किसानों की जमीन बड़े बड़े पूंजीपतियों को बेचना चाहती है। इन बड़े पूंजीपतियों के दबाव में ही किसानों के खिलाफ यह काले कृषि कानून लाए गए हैं।

इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी कई बार यह आरोप लगा चुके हैं कि खुद को किसान हितेषी बताने वाली सरकार चंद पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए काम कर रही है। ऐसा इसलिए है क्यूंकि मोदी सरकार खुद उनके हाथ की कठपुतली बनी हुई है।

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