भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरेआम जी मीडिया को बेइज्जत कर दिया। उन्होंने जी हिंदुस्तान के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि आपक रवैया हमारे प्रति ठीक नहीं है।
आप हमारे विषय में गलत रिपोर्टिंग करते हो और गलत खबरें दिखाते हो। आप अपने रवैये में बदलाव लाए, आप सरकार से विज्ञापन लें हमें कोई एतराज नहीं लेकिन हमारे विषय में खबर तो सही दिखाए।
जी हिंदुस्तान के संवाददाता से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि दो ऐसे चैनल हैं, जिन्हें हम बयान देना नहीं चाहते हैं। आप अपने चैनल में सुधार कर लो। हम जो बयान देते हैं, आप उन्हें ही चलाए।
हम आपको इसलिए बयान नहीं देते क्योंकि आप गलत खबरें दिखाते हो। आप हमारे खिलाफ गलत बयानबाजी करते हैं। आप का चैनल पिछले छह महीने से लगतार गलत खबरें दिखा रहे हैं।
राकेश टिकैत ने जी हिंदुस्तान के संवाददाता को फटकार लगाते हुए कहा कि क्या मैं डकैत हूं? आप सरेआम किसी भी आदमी को डकैत कैसे कह सकते हैं? पिछले 1200 सालों से हम लोगों का नाम टिकैत है।
हम जो कहें वो आप दिखाओ, आप छाप दो, हमें कोई परेशानी नहीं है। आपको सरकार से विज्ञापन लेना है लो लेकिन खबर तो सही दिखाओ।
राकेश टिकैत ने कहा कि जी हिंदुस्तान अपने गिरेबां में झांकें. जी हिंदुस्तान की गांवों में इमेज ठीक नहीं है। आपको जो सवाल करना हो कर लो, हम उसका जवाब देंगे।
मैंने आपको कहा कि मैं आपको इंटरव्यू नहीं देना चाहता, फिर भी आपको हमारा इंटरव्यू करना है, आप कर रहे हैं और हम जवाब दे रहे हैं।
जी हिंदुस्तान के संवाददाता ने जब राकेश टिकैेत से पूछा कि आपके लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं तो इस पर टिकैत ने कहा कि हमारे लोग कभी गुंडागर्दी नहीं करते।
यहां पर 100 चैनल वाले हैं, क्या किसी के साथ कुछ हुआ ? आप गलत खबरें दिखाते हैं।। आपको अपने गिरेबां में झांक कर देखना चाहिए।
वहीं संवाददाता द्वारा यह पूछे जाने पर भी मिशन उत्तर प्रदेश क्या है तो इस पर टिकैत ने कहा कि जब मायावती सीएम थीं तब गन्ने के दामों में 80 रुपये की बढोतरी की गई।
जब अखिलेश यादव की सरकार थी तब उनके समय में 50 रुपये के करीब गन्ने के दाम बढें। क्या योगी आदित्यनाथ उनसे कमजोर सीएम है?
आदित्यनाथ के पास ज्यादा सीटें हैं, वो कम से कम 100 रुपये की बढ़ोतरी करें, हम उनका भी धन्यवाद कर देंगे।
वहीं यह पूछे जाने पर कि क्या आप यूपी विधानसभा के चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोट मांगेगें तो इसके जवाब में टिकैत ने कहा कि हमारा चुनाव से कोई मतलब नहीं है।
हम न चुनाव लड़ेंगे और न किसी का प्रचार करेंगे लेकिन जिसके खिलाफ हमारी लड़ाई है तो उसके खिलाफ हम बोलेंगे ही. जो बीमारी जिस दवा से ठीक होगी, उसे उसी बीमारी की दवा तो देनी पड़ेगी।