सुल्तानपुर से बीजेपी की सांसद मेनका गाँधी ने ISKCON मंदिर और गायों के हालात पर बेहद चौकानें वाला खुलासा किया है। हांलाकि मेनका गांधी का बयान लगभग एक महीना पुराना है लेकिन अब तक इस बयान पर गोदी मीडिया खामोश है।

एक तरफ तो गौरक्षा के नाम पर लिंचिंग की घटनाएं हो रही है। कथित गौरक्षकों के आतंक का समर्थन करने के लिए बीजेपी के नेता बयान देते है।

लिंचिंग के आरोपियों को बचाने की कोशिश करते है लेकिन मेनका गांधी के इस खुलासे पर कथित गौरक्षक अभी तक चुप है।

किसी भी हिंदूवादी संगठन गौरक्षक दल की तरफ से कोई बयान नहीं आया है जबकि यह बयान बीजेपी की सांसद ने दिया है और कटघरे में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस यानि इस्कॉन है।

भारतीय जनता पार्टी की सांसद मेनका गांधी ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

उन्होंने पूरी संस्था को एक बड़ा धोखेबाज कहा है। साथ ही यह आरोप लगाए हैं कि ISKON अपनी गौशालाओं से गाय को देश के कसाइयों को बेचते हैं।

सांसद मेनका गाँधी ने अपने बयान में कहा कि जितना ये (ISKCON ) कसाइयों को गाय बेच रहे हैं, उतना और कोई नहीं बेचता है, ISKON सरकार से दुनियाभर के फंड लेते हैं गायों को पालने के लिए।

इस दौरान मेनका गांधी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि “मैं हाल ही में आंध्र प्रदेश में स्थित अनंतपुर गौशाला गई थी, जो इस्कॉन द्वारा संचालित होता है। वहां पर गायों की स्थिति एकदम खराब थी। गौशाला में कोई भी बछड़ा नहीं था, जिसका मतलब है कि वह गाय के बच्चे को बेच देते हैं”

सांसद मेनका गांधी की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला सामने आया। मेनका गांधी सांसद के अलावा एक पशु अधिकार कार्यकर्ता भी हैं।

मेनका गांधी के इस खुलासे के बाद इस्कॉन के राष्ट्रीय प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंदा दास ने कहा कि हमारा संस्थान न सिर्फ भारत बल्कि विश्व स्तर पर गाय और बैल की सुरक्षा और देखभाल करता है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां गायों की सेवा जीवन भर की जाती है, न कि उन्हें कसाइयों को बेचा जाता है।

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