चुनावी रणनीतिकार के तौर पर अपनी पहचान रखने वाले प्रशांत किशोर इन दिनों पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं।

प्रशांत किशोर ने एक महीने पहले एक न्यूज चैनल के साथ इंटरव्यू के दौरान कहा था कि अगर चुनावों के बीच में पैरामिलिट्री फोर्स पर कोई हमला नहीं हुआ तो पश्चिम बंगाल में टीएमसी और भाजपा के बीच जीत हार का बड़ा फासला रहने वाला है यानी कि टीएमसी जीतेगी और भाजपा बड़े अंतर से हारेगी।

इंडिया टुडे चैनल पर वरिष्ठ पत्रकार राहुल कंवल के साथ इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा था कि इसमें कोई शक नहीं कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी जीतेगी और भाजपा हारेगी।

प्रशांत ने कहा था कि भाजपा कुछ भी कर ले टीएमसी और उनके बीच जीत हार का बड़ा अंतर रहने वाला है,

हां अगर इसी बीच पैरामिलिट्री फोर्स पर हमला हो जाए तो परिणाम प्रभावित हो सकते हैं।

प्रशांत किशोर ने ये आशंका जताई थी जो अब सच हो चुका है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमला हो चुका है। दो दर्जन से ज्यादा जवानों की शहादत हो चुकी है।

प्रशांत की इस आशंका के महीने भर बाद सच होने पर कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा है कि “हेे भगवान, यह सब सुनकर मुझे कानों पर यकीन नहीं हो रहा है. कोई महज चुनाव जीतने के लिए इस हद तक गिर सकता है कि वह अपने ही जवानों को मरवा दे”

अलका ने 2019 के पुलवामा कांड का भी उदाहरण देते हुए कहा है कि जैसे 2019 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए पुलवामा कांड करवाया गया था, वैसे ही 2021 में पश्चिम बंगाल जीने के लिए छत्तीसगढ़ नक्सली हमला कराया गया है।

मालूम हो कि पश्चिम बंगाल समेत देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं और इसी बीच छत्तीसगढ़ में बड़ा नक्सली हमला हुआ है, जिसमें दो दर्जन से ज्यादा पैरामिलिट्री के जवान शहीद हो गए हैं।

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक महीने पूर्व ही इस बात की आशंका जता दी थी कि पश्चिम बंगाल चुनाव जीतने के लिए ऐसी घटना हो सकती है।

प्रशांत की आशंका सच साबित हुई और इसके बाद देश भर में चर्चाओं का बाजार गर्म है।

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