देशभर में नागरिकता कानून के खिलाफ अभी लोग सड़कों पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जिन्हे मोदी सरकार पुलिस द्वारा हमला कर रोकने की कोशिश कर रही है। जब से यह कानून देश में लाया गया है तब से छात्रों द्वारा इसका जमकर विरोध किया जा रहा है।
आज दिल्ली में कई जगहों पर छात्र और आम जनता इस कानून के खिलाफ सड़क पर है। जिन्हे दिल्ली पुलिस हिरासत में लेकर प्रदर्शन करने से रोक रही है। वहीं दिल्ली के लगभग 20 मेट्रो स्टेशनों को बंद किया जा चुका है। दिल्ली के कई इलाकों में फ़ोन और इंटरनेट सेवाओं को भी बंद किये जा रहे है।
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जिससे अभी दिल्ली में राजनितिक माहौल भी गरम हो चुका है। वहीं देश के अन्य शहरों में भी प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस ऐसा ही सुलूक कर रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने मोदी सरकार के इस कानून की वजह से देश में फैली अशांति को लेकर चिंता जताई है।
केजरीवाल ने मीडिया के सामने आकर कहा- ‘देश में इस कानून की वजह से सुरक्षा की स्थिति बिगड़ चुकी है, मुझे इसको लेकर चिंता हो रही है। इस कानून से केवल मुस्लिमों को डर नहीं है, बल्कि सभी धर्मों के गरीब लोग डरे हुए हैं।
देश में अभी सभी लोग डरे हुए है कि जब उनसे कहा जाएगा की तुम्हे अपनी नागरिकता सिद्ध करने के लिए डाक्यूमेंट्स दिखाने पड़ेंगे तो वह कहाँ से लाएंगे। इस देश में 70 फीसदी लोगों के पास ठीक से दस्तावेज नहीं है।
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केजरीवाल ने कहा, इस देश को छोड़कर वह सारे गरीब लोग कहाँ जायेंगे। सभी गरीब लोग इसी देश के नागरिक है। जिनके बाप-दादा और परदादा यहीं पैंदा हुए यह देश सबका है। मोदी सरकार को यह कानून नहीं लाना चाहिए था। अभी देश में युवाओं को रोजगार चाहिए लेकिन यह सरकार उन्हें नागरिकता साबित करने में उलझना चाहती है। देश की अर्थव्यवस्था अभी संकट में है सरकार को उसके बारे में सोचना चाहिए।