अफगानिस्तान पर पूरी तरह से अब तालिबान का कब्जा हो चुका है। जोकि अन्य देशों के लिए भी चिंता का मुद्दा बनता जा रहा है।
दरअसल पाकिस्तान चीन और रूस समेत कुछ देशों ने तालिबान में सरकार बनने की मान्यता पर समर्थन दिया है।
इस वक्त अफगानिस्तान से लोगों का बड़े स्तर पर पलायन हो रहा है। भारत समेत कई देश अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने की कोशिशों में जुटे हुए हैं।
काबुल एयरपोर्ट पर लोगों के पलायन का भयावह मंजर देखकर लोगों की रूह काँप रही है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी चर्चा का विषय बने हुए हैं।
दरअसल खबर सामने आई है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अपने साथ चार गाड़ियां कैश की भरकर लेकर गए हैं।
रूसी मीडिया ने दावा किया है कि अफगानिस्तान से भागते हुए राष्ट्रपति ने अपने हेलीकॉप्टर में ठूंस-ठूंस कर नकदी भरी, लेकिन जगह की कमी के कारण नोटों से भरे कुछ बैग रनवे पर ही छोड़ने पड़ गये.
इसी बीच पूर्व अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ-साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना की जाने लगी है।
सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि जो काम अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने किया है। इसे ही झोला उठा कर भागना कहते हैं।
आपको याद दिला दें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार अपने भाषणों में जनता को संबोधित करते हुए यह बात कह चुके हैं कि मैं गरीब परिवार से आया हूं। मैं सिर्फ इस देश का विकास करना चाहता हूं।
खुद को फकीर बताते हुए पीएम मोदी कई बार कह चुके हैं कि वह तो जब मन में आएगा, झोला उठाएंगे और कहीं निकल जाएंगे। ऐसे में अफगानिस्तान में घटे घटनाक्रम पर लोग पीएम नरेंद्र मोदी की चुटकी ले रहे हैं।
दरअसल अफगानिस्तान पर तालिबान पर किए गए कब्जे के बाद वहां के राष्ट्रपति अपनी धन-दौलत समेट कर देखते ही देखते वहां से गायब हो गए और लोगों को इस भयावह स्थिति में छोड़ दिया।
बता दें, इस वक्त दुनिया भर के देशों को सबसे ज्यादा चिंता तालिबान में अफगानी महिलाओं की हो रही है।