बिहार में अस्पताल की लापरवाही के चलते कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का सिलसिला जारी है। अब बेतिया के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संक्रमण का इलाज करा रहे बीजेपी के मंडल अध्यक्ष कन्हैया गुप्ता की मौत का मामला सामने आया है। परिवार ने अस्पताल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
परिवार का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने कन्हैया के इलाज में लापरवाही बरती और उन्हें जब वेंटिलेटर की जरूरत थी, तब वेंटिलेटर मुहैया नहीं कराया गया। बता दें कि कन्हैया को कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के बाद 18 जुलाई को यहां भर्ती कराया गया था। गुरुवार की दोपहर तक उनकी हालत स्थिर थी। रात्रि 12 बजे के करीब उनके मुंह से खून आने लगा था, जिसके बाद रात्रि करीब एक बजे उनकी मौत हो गई।
कन्हैया की मौत के बाद जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने उनके परिवार से मुलाक़ात की। इस दौरान उन्होंने अपना दुख व्यक्त करते हुए कन्हैया के परिवार की मदद की घोषणा भी की।
पप्पू यादव ने पीड़ित परिवार के हवाले से बताया है कि अस्पताल प्रशासन पीड़ित परिवार से 50 हज़ार रुपए की मांग कर रहा था। इसके लिए पीड़ित परिवार ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल से मदद की गुहार लगाई थी।
पप्पू यादव ने कहा कि लेकिन पीड़ित परिवार को कहीं से कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने ये बातें फ़ेसबुक पोस्ट के ज़रिए कहीं। इस पोस्ट के साथ उन्होंने पीड़ित परिवार की कई तस्वीरें भी साझा की हैं। तस्वीरों में पप्पू यादव पीड़ित परिवार को गले से लगाए हुए नज़र आ रहे हैं।
पप्पू यादव ने पोस्ट के ज़रिए ही बताया कि उन्होंने पीड़ित परिवार की 50 हज़ार रुपए की आर्थिक मदद की है और वो कन्हैया गुप्ता के बेटे की पढ़ाई के लिए आगे भी आर्थिक मदद करते रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो कन्हैया की बेटी की शादी के लिए भी एक लाख रुपए की मदद करेंगे।