बिहार में कल बीजेपी द्वारा भारी प्रदर्शन का आह्वान किया गया था। जिसमें गाँधी मैदान से लेकर विधानसभा तक मार्च होनी थी। लेकिन बीजेपी के प्रदर्शनकारियों की हिंसात्मक भीड़ को काबू में करने के लिए बिहार पुलिस ने सख़्ती से पेश आते हुए बीजेपी नेताओं को विधानसभा जाने से पहले रोक दिया।

बिहार विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो चुका है। जहां बिहार की विपक्ष भाजपा सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह मांग कर रही है कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपने पद से इस्तीफा दें।

बीजेपी विधायक अपनी मांग को लेकर विधानसभा सदन में काफी उग्र रूप में दिख रहे थे। वे अपनी मांग को लेकर हिंसात्मक होकर सदन को चलने से रोक रहे थे।

बीजेपी नेताओं की सदन में इस हिंसात्मक रवैये को देखते हुए उन्हें मार्शल आउट कराया गया। जिसके बाद बीजेपी के MLC जीवन कुमार ने हिंसात्मक बयान देते हुए कहा कि – “अगर सरकार हमारी मांग को नहीं मानती है। तब हमलोग पूरे बिहार में आग लगा देंगे और बिहार को जला देंगे।”

यह हिंसात्मक बयान बीजेपी एमएलसी जीवन कुमार ने कल 13 जुलाई के हुए विधानसभा मार्च से पहले दिया था। जिसके बाद पैदल मार्च प्रदर्शन में देखा गया कि कैसे पुलिस और बीजेपी नेताओं के बीच हिंसक झड़पें हुई।

बीजेपी एमएलसी के इस बिगड़े बोल पर कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट कर लिखा- “पूरे बिहार में आग लगा देने की धमकी देने वाले ये महाशय भाजपा के MLC हैं।”

वहीं बिहार सरकार में शामिल पार्टी राजद ने भी बीजेपी एमएलसी के इस बयान पर लिखा- “ये अपराधियों, गुंडों और भ्रष्टाचारियों की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के MLC है। खुलेआम बिहार में आग लगाने की बात कर रहे है। यही इनका असल चेहरा, चरित्र और चाल है।”

दरअसल उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के लैंड फॉर जॉब केस में आरोपी बनाया जाने के बाद बिहार बीजेपी उनके इस्तीफ़े की मांग कर रही है। जिसे लेकर विधानसभा में बीजेपी जमकर हिंसात्मक तरीके से हंगामा कर रही है।

जिस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि इन भाजपा के नेताओं के पास कोई मुद्दा नहीं है। झूठे केस में नाम देकर सिर्फ बिहार की विकास को रोकना चाहते है। और पूरे देश सहित बिहार में दंगा फसाद करना चुनाव में नफ़रत के नाम पर वोट लेना इनका मुख्य एजेंडा है।

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