जिस एडॉल्फ हिटलर को पूरी दुनिया लोकतंत्र के दुश्मन के तौर पर जानती है, उसे बीजेपी लोकतंत्र की उपज बता रही है। बीजेपी के महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी राम माधव ने दावा किया है कि एडॉल्फ हिटलर और बेनिटो मुसोलिनी लोकतंत्र की ही उपज थे।
दरअसल, गुरुवार को राम माधव नई दिल्ली में आयोजित वैश्विक सम्मेलन रायसीना डायलॉग-2020 में भारत और दुनियाभर में लोकतंत्र की स्थिति को लेकर भाषण दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिटलर और मुसोलिनी लोकतंत्र से ही पैदा हुए थे। तब से लेकर आज तक दुनिया में उदार लोकतंत्र कायम है। समय के साथ-साथ लोकतंत्र में परिपक्वता आती रहती है।
राम माधव ने भारत में लोकतंत्र की स्थिति को लेकर कहा कि हमलोग एक मजबूत और वाइब्रेंट लोकतांत्रिक देश हैं। हालांकि मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं कि यहां कमियां नहीं है। लेकिन हमारा झुकाव हमेशा लोकतंत्र की तरफ रहेगा।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में कहीं भी लोकतंत्र का एक सर्वमान्य मॉडल नहीं है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में ही कई तरह के लोकतांत्रिक मॉडल हैं। भारत ने पड़ोसी देशों को भी लोकतंत्र बहाल करने में मदद की है। राम माधव ने आगे कहा कि लोकतंत्र का इस्तेमाल राजनीति या हथियार के तौर पर नहीं किया जाना चाहिए।
दिलचस्प बात तो ये है कि वैश्विक सम्मेलन में लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने वाले राम माधव हिटलर और मुसोलिनी जैसे क्रूर शासकों को लोकतंत्र की उपज बता रहे हैं। ग़ौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके विरोधी आरोप लगाते रहे हैं कि उनकी नीतियां हिटलर की नीतियों से मेल खाती है। पीएम मोदी के कई विरोधी उन्हें मौजूदा दौर का हिटलर भी कहते हैं। ऐसे में राम माधव का हिटलर को लोकतंत्र की उपज बताना कोई हैरानी की बात नहीं है।