भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राजस्थान और महाराष्ट्र में एक बार फिर से सरकार गिराने की कोशिशों में जुट गई है। ये कहना है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का। गहलोत का ये बयान ऐसे समय में आया है जब राजस्थान में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाना है।

अशोक गहलोत ने शनिवार को आरोप लगाते हुए कहा कि अमित शाह और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस विधायकों से मुलाकात कर उन्हें चाय-नमकीन खिलाई।

मुलाकात के दौरान इन लोगों ने हमारे विधायकों से कहा कि वह पांच सरकारें गिरा चुके हैं और राजस्थान की सरकार भी गिरा देंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों के साथ तकरीबन एक घंटे तक चली बातचीत में बीजेपी नेताओं ने राजस्थान की सरकार गिराने की बात कही।

उन्होंने कहा कि मुलाकात के बाद हमारे विधायकों ने मुझसे कहा कि वह अमित शाह को गृहमंत्री देखकर शर्मिंदा हैं। एक समय था जब गृहमंत्री सरदार पटेल थे और अब वह हैं।

गहलोत ने कहा कि इस घटनाक्रम के दौरान कांग्रेस नेता अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला, अविनाश पांडे यहां आकर बैठ गए। इन्होंने नेताओं को बर्खास्त करने का फैसला किया, तब जाकर सरकार बची।

उन्होंने कहा कि पूरे राजस्थान की जनता चाहती थी कि सरकार गिरनी नहीं चाहिए। प्रदेश के लोग कांग्रेस विधायकों को फोन कर सरकार बचाने की अपील कर रहे थे।

गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही अशोक गहलोत की सरकार गिरते-गिरते बची थी, जब उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने खेमे के विधायकों के साथ बागी हो गए थे। हालांकि, बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस नेतृत्व पायलट को मनाने में कामयाब हो गया था।

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