बीते कुछ वक़्त से लगातार मोदी सरकार पर लोकतंत्र का गला घोंट कर पूँजीवाद को बढ़ावा देने के आरोप लग रहे है। जिसका खतरनाक उदहारण बन चुका है निजीकरण। भारत में बड़े स्तर में सरकारी संस्थानों का निजीकरण किया जा रहा है।

अब मोदी सरकार किसानों के अधिकारों को भी खत्म करने में लग गई है। जिसके चलते आज लाखों की तादाद में किसान दिल्ली बॉर्डर पर एकजुट हैं। देश के सभी किसान संगठनों ने साथ आकर किसान आंदोलन शुरू किया है।

भाजपा के कई नेता कृषि कानूनों को किसान के लिए फायदेमंद बताकर देश की आम जनता की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहे हैं। ताकि किसानों के विरोधी स्वरों को दबाया जा सके।

इस मुद्दे पर देश के कई खिलाड़ी भी सरकार के विरोध में उतर आए हैं। कई खिलाड़ियों ने कृषि कानूनों के विरोध में अपने अवॉर्ड लौटाने की बात भी कही है।

इस मामले में बॉक्सर और कांग्रेस नेता विजेंद्र सिंह ने एक बार फिर से किसान आंदोलन पर अपनी राय रखते हुए भाजपा पर हमला बोला है।

विजेंद्र सिंह ने भाजपा की जन विरोधी नीतियों का भंडाफोड़ करने की और जनता की आँखें खोलने कोशिश की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि “जो हाल हरियाणा में BSNL का jio के बाद हुआ है वेसा ही हाल किसानो का होगा पूरे देश में।”

गौरतलब है कि साल 2016 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की गई थी। तो उस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने नई टेलीकॉम कंपनी जिओ को लांच किया था। जिसका भारतीय जनता पार्टी ने बढ़ चढ़कर समर्थन किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद जियो का विज्ञापन भी दिया। वहीं दूसरी तरफ जियो के जरिये लोगों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर टेलीकॉम जगत की इकलौती सरकारी कंपनी बीएसएनएल को खत्म करने की कोशिश की जा रही है।

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